उपराष्ट्रपति नायडू को नहीं मिलेगी सैलेरी

punjabkesari.in Friday, Aug 11, 2017 - 12:27 PM (IST)

नई दिल्लीः एम. वेंकैया नायडू आज देश के तेरहवें उपराष्ट्रपति बन गए। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने राष्ट्रपति भवन के दरबार हाल में गरिमापूर्ण समारोह में नायडू को उपराष्ट्रपति पद की शपथ दिलाई।

शपथ समारोह में मोदीभी रहे मौजूद
नायडू ने हिन्दी में शपथ ग्रहण की। इस अवसर पर निवर्तमान उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, भाजपा के अध्यक्ष अमित शाह, पार्टी के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी, राज्यसभा में विपक्ष के नेता गुलाम नबी आजाद, कई केन्द्रीय मंत्री, विभिन्न राजनीतिक दलों के नेता और कई अन्य गण्यमान्य व्यक्ति मौजूद थे। उन्होंने विपक्ष के उम्मीदवार और गांधीजी के पौत्र गोपालकृष्ण गांधी को मात दी थी. यहां कुल पड़े 771 वोटों में वेंकैया नायडू को 516 वोट, तो गोपालकृष्ण गांधी के खाते में 244 वोट गए।

नायडू को नहीं मिलेगी सैलरी
उपराष्ट्रपति पद के लिए सैलरी का कोई प्रावधान नहीं है चूंकि उपराष्ट्रपति राज्यसभा के चेयरमैन भी होते हैं तो उन्हें इस पद के लिए 1 लाख 25 हजार रुपये प्रति माह वेतन मिलेगा।

मिलेंगी ये सुविधाएं
-उप-राष्ट्रपति को रहने के लिए उन्हें एक फर्निश्ड हाऊस दिया जाता है जो 6, मौलाना आजाद रोड पर स्थित है।

-उन्हें मुफ्त मेडिकल सुविधा और ट्रैवल सुविधा मिलती है।

-एमपी रहते हुए उन्हें रहने के लिए मुफ्त में बंगला मिलता है।

-उन्हें घर/बंगले में तीन टेलिफोन मिलते हैं, जिनमें एक फोन उनके ऑफिस में जरूर होना चाहिए। हर फोन पर सालाना 50,000 लोकल कॉल मुफ्त मिलती हैं।

-राष्ट्रपति की गैर-मौजूदगी में उपराष्ट्रपति को राष्ट्रपति के अधिकार मिल जाते हैं। अगर उप- राष्ट्रपति किसी भी स्थिति में राष्ट्रपति के कर्तव्यों को निभा रहा है तो उन्हें राष्ट्रपति की ही सैलरी और विशेषाधिकार मिलते हैं।

-एमपी को हवाई यात्रा का 25 प्रतिशत ही देना पड़ता है. इसके तहत सांसद एक साल में 34 हवाई यात्रा कर सकता है। यह सुविधा सांसद के पार्टनर के लिए भी होती है।

-इसके अलावा ऑफिस से संबंधित काम के लिए एमपी ट्रेन और प्लेन में मुफ्त में सफर कर सकते हैं।

-देश के उप-राष्ट्रपति जब रिटायर हो जाते हैं तो उन्हें पेंशन के रूप में उनकी सैलरी का 50% मिलता है। वहीं एमपी को भी रिटायरमेंट के बाद पेंशन के रूप में सैलरी की 50% मिलते हैं।

-एमपी को 45000 रुपए का अलाउंस अपने क्षेत्र में काम करने के लिए भी मिलता है. इसके अलावा उन्हें ऑफिस एक्सपेंस के लिए भी 45000 रुपए मिलते हैं जिनमें 15 हजार रुपए स्टेशनरी पर खर्च किए जा सकते हैं और 30 हजार रुपए सचिवालय सहायकों को भुगतान करने के लिए मिलते हैं। इसके अलावा उन्हें 2 मोबाइल फोन और 3जी इंटरनेट भी दिया जाता है।


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