टमाटर, गोभी, भिंडी कुछ भी न रहा मज़ेदार, दिल्ली में सब्जियों के 150% तक बढ़ गए दाम, जानिए इसके पीछे की वजह
punjabkesari.in Monday, Jul 14, 2025 - 05:55 PM (IST)

नेशनल डेस्क: देश में मॉनसून की शुरुआत होते ही सब्जियों के भाव अब आसमान छूने लगे हैं। टमाटर से लेकर नींबू तक के दाम अब आम लोगों को परेशान कर रहे हैं, जिस टमाटर का भाव जून में 20 रुपये प्रति किलो था, वह अब दोगुने से भी ज़्यादा यानी मंडी में 50 से 60 रुपये प्रति किलो बिक रहा है।
दिल्ली में सब्जियों की आवक घटी, दाम बढ़े
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली की आज़ादपुर मंडी समेत दूसरी छोटी मंडियों में सब्जियों की आवक (आपूर्ति) काफी कम हो गई है. कर्नाटक से लेकर उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश जैसे राज्यों से आने वाली सब्जियों की सप्लाई में भारी बारिश के कारण भारी रुकावट आई है. इसी वजह से सब्जियों के दाम 30 % से लेकर 140-150 % तक उछल गए हैं।
किन सब्जियों के दाम सबसे ज़्यादा बढ़े?
दामों में सबसे ज़्यादा उछाल हरी सब्जियों में देखा जा रहा है. कई तरह की हरी सब्जियां अब मंडी में 120 रुपये से लेकर 160 रुपये प्रति किलो तक बिक रही हैं। वहीं फूलगोभी का भाव भी सिर्फ 15 दिनों में बढ़कर 160 रुपये प्रति किलो तक पहुंच गया है. इसके अलावा लौकी, भिंडी, तोरई और पत्ता गोभी के दाम भी करीब 50 % तक ऊपर चढ़ चुके हैं.
आज़ादपुर मंडी में काम करने वाले सब्जी कारोबारियों का कहना है कि कीमतों में इस भारी बढ़ोतरी की सबसे बड़ी वजह टमाटर और हरी सब्जियों की आवक पर पड़ा असर है। उनका कहना है कि उत्तराखंड में हुई भारी बारिश के कारण बड़ी मात्रा में सब्जियों की फसल को नुकसान पहुंचा है।
बारिश के कारण सब्जियों की सप्लाई पर साया
दिल्ली में सब्जियों की सप्लाई कई राज्यों से होती है.
- कर्नाटक से टमाटर और शिमला मिर्च समेत अन्य सब्जियां आती हैं।
- हिमाचल प्रदेश से टमाटर, बंदगोभी और मटर की सप्लाई होती है।
- उत्तराखंड से फूलगोभी, कुंदरी, हरी मिर्च और मटर भारी मात्रा में आते हैं।
मॉनसून की बारिश के कारण इन सभी जगहों से सब्जियों की आपूर्ति बुरी तरह से बाधित हुई है। सड़कों पर पानी भरने और भूस्खलन जैसी घटनाओं से सब्जियों को मंडियों तक लाना मुश्किल हो गया है, जिसका सीधा असर कीमतों पर दिख रहा है।