जब दिल्ली में आया था सबसे बड़ा भूकंप: थर्रा गई थी राजधानी, जानिए तब कितना हुआ था नुकसान

punjabkesari.in Thursday, Jul 10, 2025 - 03:02 PM (IST)

नेशनल डेस्क: दिल्ली-एनसीआर में भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए। इसका केंद्र हरियाणा के झज्जर जिले में था और रिक्टर स्केल पर इसकी तीव्रता 4.4 मापी गई। नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी के मुताबिक, 10 जुलाई को सुबह 9:04 बजे भूकंप आया। लेकिन क्या आप जानते हैं कि देश की राजधानी दिल्ली में अब तक का सबसे बड़ा भूकंप कब आया था और उसने कितनी तबाही मचाई थी?

दिल्ली में सबसे जोरदार भूकंप 27 अगस्त 1960 को आया था। सुबह के वक्त आए इस भूकंप की तीव्रता रिक्टर स्केल पर 5.6 मैग्नीट्यूड थी। सबसे महत्वपूर्ण बात यह थी कि इसका केंद्र दिल्ली के पास ही था, जिसके कारण शहर को भारी नुकसान उठाना पड़ा।

1960 के भूकंप से दिल्ली की हालत
इस भयानक भूकंप ने दिल्ली में कई इमारतों में दरारें डाल दी थीं. पुरानी दिल्ली, चांदनी चौक और लाल किला जैसे इलाकों की इमारतें बुरी तरह प्रभावित हुई थीं। लाल किला और राष्ट्रपति भवन जैसी ऐतिहासिक इमारतों को भी थोड़ा-बहुत नुकसान पहुंचा था. भूकंप के कारण मलबा गिरने और घबराहट में भगदड़ मचने से करीब 100 लोग घायल हो गए थे।

दिल्ली कितनी संवेदनशील है भूकंप के लिए?
दिल्ली भूकंपीय जोन-4 में आती है, जिसका मतलब है कि यह मध्यम से उच्च जोखिम वाला क्षेत्र है. यह इलाका हिमालय क्षेत्र और भारतीय प्लेट के यूरेशियन प्लेट से टकराने के कारण भूकंपीय गतिविधियों के प्रति संवेदनशील है. 1960 के भूकंप का केंद्र दिल्ली के पास 5 किलोमीटर की गहराई में था, यही वजह थी कि झटके इतने तेज महसूस हुए थे. भूकंप वैज्ञानिकों का कहना है कि दिल्ली में भूकंप आमतौर पर स्थानीय हलचल या हिमालय क्षेत्र की टेक्टोनिक गतिविधियों से जुड़े होते हैं.

इन भूकंपों से भी हिल चुकी है दिल्ली
1960 के सबसे बड़े भूकंप के अलावा भी दिल्ली कई बार तेज झटकों से कांप चुकी है:
1720: इस साल करीब 6.5 मैग्नीट्यूड का भूकंप आया था, जिसने दिल्ली और आसपास के इलाकों को बुरी तरह हिला दिया था.
1803: गढ़वाल-उत्तराखंड क्षेत्र में आए तेज भूकंप के झटके दिल्ली तक महसूस किए गए थे. इसमें दिल्ली की कुतुब मीनार का गुंबद भी क्षतिग्रस्त हो गया था.
1905: हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा में 7.8 मैग्नीट्यूड का एक बड़ा भूकंप आया था, जिसके झटके दिल्ली सहित पूरे उत्तर भारत में महसूस किए गए थे.

 


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Content Editor

Mansa Devi

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