''मंदिरों को बनाने में सहयोग करें मुसलमान'' : वेदांती महाराज
punjabkesari.in Sunday, Feb 09, 2025 - 11:16 AM (IST)
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नेशनल डेस्क: महाकुंभ 2025 के दौरान हिंदू धर्म और मंदिर निर्माण को लेकर कई महत्वपूर्ण बयान दिए गए। खासकर जगद्गुरु अनंतानंद द्वाराचार्य काशी पीठाधीश्वर स्वामी रामकमल दास वेदांती महाराज ने इस मुद्दे पर खुलकर अपने विचार रखे। उन्होंने कहा कि भारत में मुसलमानों को मंदिरों के निर्माण में सहयोग करना चाहिए, ताकि देश की धार्मिक एकता और समरसता बनी रहे। वेदांती महाराज का यह बयान महाकुंभ में चर्चा का विषय बन गया।
मुसलमानों से मंदिर निर्माण में सहयोग की अपील
महाकुंभ में जब वेदांती महाराज से पूछा गया कि भारत में मंदिर निर्माण की प्रक्रिया में मुसलमानों का क्या योगदान हो सकता है, तो उन्होंने कहा, "भारत में रहने वाले कई मुसलमान समझदार हैं, उन्हें यह स्वीकार करना चाहिए कि भारत राम, कृष्ण और भगवान शंकर का देश है। यह मंदिर हमारे प्रमुख धार्मिक स्थल हैं, और इन मंदिरों के निर्माण में मुसलमानों को सहयोग देना चाहिए।" उन्होंने यह भी कहा कि काशी विश्वनाथ मंदिर का निर्माण लगभग पूरा हो चुका है, अब सिर्फ कोर्ट के आदेश का इंतजार है, जिसके बाद मंदिर का निर्माण कार्य जल्द ही शुरू हो जाएगा।
हिंदू राष्ट्र के विचार पर चिंता
वेदांती महाराज ने हिंदू राष्ट्र की आवश्यकता पर भी जोर दिया। उन्होंने कहा कि यदि हिंदू राष्ट्र बनेगा तो धर्म परिवर्तन की समस्या समाप्त हो जाएगी। वे मानते हैं कि अगर हर हिंदू यह सोचने लगेगा कि हिंदू राष्ट्र बनाना है, तो यह सपना जल्दी साकार हो जाएगा। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि वह किसी को हिंदू नहीं बनाएंगे, लेकिन यह भी नहीं होने देना चाहते कि सनातनी देश में हिंदू अल्पसंख्यक हो जाएं।
शंकराचार्य पर की कड़ी टिप्पणी
वेदांती महाराज ने शंकराचार्य पर भी आलोचना की। उन्होंने कहा कि इस पद पर किसी ऐसे व्यक्ति का बैठना गलत है, जो धर्म की स्थिति को सही से नहीं संभाल सकता। वे मानते हैं कि कुछ शंकराचार्य गीता, रामायण और वेदों के बारे में ठीक से नहीं जानते और इसके कारण वे उल्टे-सीधे जवाब देते हैं, जिससे धर्म की प्रतिष्ठा को ठेस पहुंचती है।