35 गेंदों में तूफानी शतक जड़ने के बाद वैभव सूर्यवंशी का बयान, बोले- मैं ज्यादा सोचता नहीं, बस खेलने पर ध्यान देता हूं
punjabkesari.in Tuesday, Apr 29, 2025 - 12:20 PM (IST)

नेशनल डेस्क. सोमवार को 14 साल के युवा बल्लेबाज वैभव सूर्यवंशी ने ऐसा धमाका किया, जिसकी उम्मीद शायद ही किसी को रही होगी। इस छोटे से खिलाड़ी ने गुजरात टाइटंस के गेंदबाजों को बुरी तरह धोते हुए सिर्फ 35 गेंदों में तूफानी शतक जड़ दिया। उनकी इस धुआंधार पारी में 7 चौके और 11 छक्के शामिल थे। उनकी इस बल्लेबाजी को देखकर तो खुद 'क्रिकेट के भगवान' कहे जाने वाले सचिन तेंदुलकर भी अपनी तारीफ रोके नहीं पाए। अपनी इस शानदार पारी के बाद वैभव ने बड़ा बयान भी दिया है।
मैच खत्म होने के बाद सूर्यवंशी ने अपनी खुशी जाहिर करते हुए कहा- यह बहुत ही शानदार महसूस हो रहा है। IPL में यह मेरा पहला शतक है और यह मेरी तीसरी ही पारी है। टूर्नामेंट से पहले मैंने जो जमकर प्रैक्टिस की थी, उसका नतीजा अब सबके सामने है। मैं बस गेंद को देखता हूं और अपने अंदाज में खेलता हूं। यशस्वी जायसवाल के साथ बल्लेबाजी करना बहुत अच्छा लगता है। वह मुझे बताते हैं कि कब क्या करना है और हमेशा मेरा हौसला बढ़ाते हैं। आईपीएल में शतक लगाना मेरा एक सपना था और आज यह सच हो गया। मेरे अंदर बिल्कुल भी डर नहीं है। मैं ज्यादा सोचता नहीं, बस खेलने पर ध्यान देता हूं।
वैभव के शब्दकोश में 'डर' नहीं
14 साल के सूर्यवंशी ने अपने शतक के बाद खास तौर पर अपने बैटिंग पार्टनर यशस्वी जायसवाल को धन्यवाद दिया। जायसवाल से नौ साल छोटे वैभव ने बताया कि यशस्वी किस तरह से उनकी मदद करते हैं और उन्हें बताते हैं कि मुश्किल situations में कैसे खेलना है। उन्होंने आगे बड़ी बात कहते हुए यह भी जोड़ा कि उनकी 14 साल की उम्र में तो 'डर' नाम का शब्द ही उनके शब्दकोश में नहीं है!
IPL का दूसरा सबसे तेज शतक
इस युवा बल्लेबाज ने अपना पहला शतक बनाने के लिए सिर्फ 35 गेंदें खेलीं। यह IPL के इतिहास का दूसरा सबसे तेज शतक है। उनसे आगे सिर्फ वेस्टइंडीज के महान बल्लेबाज क्रिस गेल हैं, जिन्हें टी-20 क्रिकेट का सबसे बड़ा खिलाड़ी माना जाता है। गुजरात के खिलाफ इस मैच में वैभव ने राशिद खान, मोहम्मद सिराज और ईशांत शर्मा जैसे बड़े गेंदबाजों की जमकर धुनाई की, जो अपने आप में एक बहुत बड़ी उपलब्धि है।
वैभव सूर्यवंशी की यह तूफानी पारी क्रिकेट जगत में एक नई सनसनी बनकर उभरी है और उन्होंने अपनी प्रतिभा से सबको हैरान कर दिया है। उनकी बेखौफ बल्लेबाजी और आत्मविश्वास ने यह दिखा दिया है कि उम्र सिर्फ एक नंबर है, अगर आपके अंदर हुनर और जज्बा हो तो आप कुछ भी हासिल कर सकते हैं।