EMI नहीं दी तो बैंक कर्मचारी घर से उठा ले गए कर्जदार की पत्नी, दफ्तर में....
punjabkesari.in Saturday, Aug 02, 2025 - 11:47 AM (IST)

नेशनल डेस्क: उत्तर प्रदेश के झांसी जिले में मोंठ थाना क्षेत्र के एक प्राइवेट बैंक के कार्यालय में एक ऐसा मामला सामने आया, जिसने बैंकिंग प्रक्रिया और ऋण वसूली की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े कर दिए। आरोप है कि बैंक कर्मचारियों ने लोन की बकाया EMIs जमा न कराने पर एक महिला को जबरन दफ्तर में बंधक बना लिया।
कैसे हुआ मामला उजागर?
महिला के पति रविंद्र वर्मा ने डायल 112 पर कॉल कर पुलिस को सूचना दी कि उनकी पत्नी पूजा वर्मा बैंक में बंद हैं और तब तक बाहर नहीं आने दी जाएंगी जब तक वे बकाया किश्त जमा नहीं करते। सूचना पाकर पुलिस मौके पर पहुंची और महिला को सुरक्षित निकाला।
घंटों तक दफ्तर में ही रखा गया बंधक
पूजा वर्मा को दोपहर लगभग 12 बजे बम्हरौली के आज़ाद नगर मोहल्ले स्थित उस बैंक में बुलाया गया था, जहां कर्मचारियों ने कहा कि बकाया किश्त जमा किए बिना उन्हें भेजा नहीं जाएगा। इस प्रक्रिया में उन्हें घंटों तक बैंक कार्यालय में ही रखा गया।
EMI का विवाद: जमा हुई या नहीं?
पूजा वर्मा ने बताया कि उन्होंने ₹40,000 का पर्सनल लोन लिया था और अब तक 11 किश्तें जमा कर दी हैं, लेकिन बैंक के रिकॉर्ड में केवल 8 किस्तों की ही एंट्री दिखाई जा रही है। उन्होंने बैंक एजेंटों कौशल और धर्मेंद्र पर आरोप लगाया कि उन्होंने तीन किश्तों की राशि अपने पास रख ली।
बैंक मैनेजर का पक्ष:
बैंक प्रबंधक अनुज कुमार ने कहा कि पूजा वर्मा पिछले कई महीनों से किश्त नहीं जमा कर रही थीं, इसलिए उन्हें बुलाया गया था। उन्होंने दावा किया कि महिला स्वेच्छा से बैंक में आई थी, और उन्हें जबरन नहीं रोका गया।
पुलिस की मध्यस्थता से हुआ मामला निपटारा
पुलिस ने दोनों पक्षों से बयान दर्ज किए और मामले को शांतिपूर्ण तरीके से सुलझाया। बैंककर्मी और पूजा वर्मा के बीच आपसी सहमति से राजीनामा हो गया है, और मामला फिलहाल इसी तरह समाप्त हुआ।