लोकसभा चुनाव परिणाम को लेकर अमेरिका-रूस और चीन में भी बढ़ी धड़कनें, मोदी की वापसी को लेकर छिड़ी बहस
punjabkesari.in Tuesday, Jun 04, 2024 - 11:34 AM (IST)
इंटरनेशनल डेस्कः भारत के आम चुनावों के परिणाम आने शुरू हो गए हैं। मंगलवार को आठ बजे से चुनाव परिणाम आने लगे। देश के लोगों ही नहीं बल्कि दुनिया के सबसे विशाल लोकतंत्र के चुनावों नतीजों पर चीन, रूस और अमेरिका की भी धड़कनें बढ़ी हुई हैं। भारत में फिर नरेंद्र मोदी सत्ता में आएंगे या विपक्षी गठबंधन की सरकार बनेगी इसपर विदेशों में भी बहस छिड़ी हुई है। भारतीय चुनावों को लेकर दुनिया भर की मीडिया में लेख प्रकाशित किए जा रहे हैं। लोकसभा चुनाव की छह हफ़्ते लंबी प्रक्रिया, धुआंधार प्रचार, सात चरणों में मतदान और तमाम दावों-वादों के बाद मंगलवार सवेरे लोकसभा की 542 सीटों के लिए मत गणना का काम शुरू हुआ। CNN ने लिखा, 'छह सप्ताह से ज्यादा समय तक मतदान हुआ, करोड़ों वोट पड़े और अरबों डॉलर खर्च हुए।
CNN रिपोर्ट के अनुसार भारत मंगलवार को एक विशाल राष्ट्रव्यापी चुनाव के बाद एक नए नेता की घोषणा करेगा। चुनाव पीएम मोदी के नेतृत्व के पिछले दशक पर जनमत संग्रह बन गया है।' लेख में आगे पीएम मोदी की जीत की संभावनाओं पर चिंता जताई गई। इसने लिखा, 'उनकी दक्षिपंथी भारतीय जनता पार्टी लोकसभा में सर्वोच्च बहुमत मांग रही है। एक लक्ष्य जो सफल होने पर उन्हें अपने हिंदू-राष्ट्रवादी एजेंडे को और मजबूत करने के लिए एक अजेय जनादेश देगा, जिससे भारत धर्मनिरपेक्ष बुनियादों से दूर हटेगा।' इसने आगे लिखा, 'एशिया में भारत की रणनीतिक स्थिति और इसकी बढ़ती अर्थव्यवस्था को देखते हुए, चुनाव परिणाम इसकी सीमाओं से दूर तक दिखेंगे, विशेष रूप से अमेरिका, रूस और चीन का ध्यान आकर्षित करेंगे।' एग्जिट पोल में पीएम मोदी की तीसरी बार सरकार बनती दिख रही है। CNN ने अपनी रिपोर्ट में चुनावों का जिक्र करते हुए कहा कि 64 करोड़ से ज्यादा लोगों ने वोट डाला।
देश का अधिकांश हिस्सा चिलचिलाती गर्मी में डूबा हुआ था, जिससे लोग बीमार हुए और दर्जनों लोगों की मौत हो गई। पीएम मोदी को इस लेख में एक विभाजनकारी नेता बताया गया। इसने लिखा, 'भारत के करिश्माई लेकिन विभाजनकारी नेता को सत्ता से हटाने की उम्मीद में दो दर्जन से ज्यादा पार्टियों का गठबंधन है, जिसमें देश की मुख्य विपक्षी भारतीय कांग्रेस भी शामिल है, जिसका तर्क है कि लोकतंत्र खतरे में हैं और वो असमानता को कम करने और लोकतांत्रिक संस्थाओं को बनाए रखने के लिए काम कर रही है।' इसी लेख में पीएम मोदी की आर्थिक नीतियों की तारीफ भी की गई। इसमें लिखा गया, 'मोदी के नेतृत्व में 1.4 अरब लोगों का देश टेक्नोलॉजी और अंतरिक्ष में प्रगति करते हुए दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती प्रमुख अर्थव्यवस्था और एक आधुनिक वैश्विक शक्ति बन गया है।
चीन के अखबार ग्लोबल टाइम्स ने एग्जिट पोल के बाद एक लेख में लिखा है कि दोनों देशों के बीच मतभेद दूर होंगे और खुला संवाद बना रहेगा. ग्लोबल टाइम्स ने लिखा कि पीएम मोदी की विदेश नीति में बदलाव आने की उम्मीद नहीं है। अल जजीरा ने अपने एक लेख में लिखा, 'अगर मंगलवार को चुनावी नतीजे एग्जिट पोल के हिसाब से आते हैं तो पीएम मोदी की पार्टी बीजेपी न केवल बढ़ती असमानता, रिकॉर्ड हाई बेरोजगारी और बढ़ती महंगाई के मुद्दों से बाहर निकल आएगी, बल्कि 2019 के चुनाव से बेहतर प्रदर्शन कर सकती है।
स्वतंत्र भारत में इससे पहले किसी भी पीएम ने लगातार तीन लोकसभा चुनाव हर बार बेहतर संख्या के साथ नहीं जीते।' रिपोर्ट में आगे कहा गया, 'कम से कम सात एग्जिट पोल में भविष्यवाणी की गई है कि बीजेपी और उसके सहयोगी लोकसभा की 543 में से 350-380 सीटें जीतेंगे।' इससे पहले मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने सोमवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि 19 अप्रैल से एक जून तक चले सात चरणों के मतदान के दौरान देश में 96.8 करोड़ पंजीकृत मतदाताओं में से 64.2 करोड़ मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया।इनमें महिला वोटरों की संख्या 31.2 करोड़ है। औसतन कुल 58.58 प्रतिशत वोटिंग हुई। राजीव कुमार ने कहा कि इस पूरी प्रक्रिया में 1.5 करोड़ चुनावी कर्मी और सुरक्षाकर्मी तैनात किए गए थे वहीं 68,000 निगरानी टीमें बनाई गई थीं।