Trump Gold Card: अमीरों के लिए अमेरिका के दरवाज़े खुले:  ट्रम्प गोल्ड कार्ड से मिलेगी US में रेसिडेंसी, कीमत इतने करोड़....

punjabkesari.in Saturday, Sep 20, 2025 - 07:46 AM (IST)

नेशनल डेस्क:  अमेरिका में कानूनी प्रवास को नया स्वरूप देने के प्रयास में  राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने एक विशेष वीज़ा योजना की घोषणा की है, जिसे 'ट्रम्प गोल्ड कार्ड' नाम दिया गया है। यह योजना दुनिया के धनाढ्य व्यक्तियों (wealthy people) और बड़ी कंपनियों को अमेरिकी रिहाइश का अवसर देने के लिए तैयार की गई है - वो भी मोटी रकम के बदले।

इस योजना के तहत, कोई भी समृद्ध व्यक्ति केवल $1 मिलियन (लगभग ₹8.3 करोड़ रुपए) देकर अमेरिका में रेसिडेंसी पा सकता है, बशर्ते वह सुरक्षा जांच और प्रोसेसिंग शुल्क (करीब $15,000) पूरी कर ले।

कॉरपोरेट जगत के लिए भी अवसर खुला है: कोई भी कंपनी प्रति कर्मचारी $2 मिलियन चुकाकर अपने कर्मचारियों को अमेरिका भेज सकती है। ट्रम्प ने इस योजना की घोषणा करते हुए कहा, "अब हम केवल निवेश के साथ आने वाले लोगों का स्वागत करेंगे। ये लोग करों में योगदान देंगे, नौकरियां पैदा करेंगे और हमारी अर्थव्यवस्था को नई ऊर्जा देंगे।"

आ रहा है 'प्लैटिनम कार्ड' भी - टैक्स में छूट के साथ!
योजना यहीं खत्म नहीं होती। एक और विशेष श्रेणी - 'ट्रम्प प्लैटिनम कार्ड' - जल्द ही पेश की जाएगी, जिसकी कीमत $5 मिलियन होगी। इसके धारकों को साल में 270 दिन तक अमेरिका में रहने की अनुमति होगी, बिना उनकी विदेशी आय पर कोई अमेरिकी टैक्स लगे। हालांकि, इस कार्ड के लिए कांग्रेस की मंजूरी अभी बाकी है।

कारोबारी कार्ड  
कॉर्पोरेट गोल्ड कार्ड के जरिए कंपनियाँ एक कर्मचारी से दूसरे को कार्ड ट्रांसफर कर सकती हैं, कुछ स्थानांतरण शुल्क और सुरक्षा प्रक्रियाओं के साथ। साथ ही, वार्षिक मेंटेनेंस शुल्क भी लागू होगा।

क्या होगा मौजूदा वीज़ा कार्यक्रमों का?
कॉमर्स सेक्रेटरी हावर्ड लुटनिक ने जानकारी दी कि यह योजना अमेरिका के मौजूदा EB-1 और EB-2 वीज़ा कार्यक्रमों की जगह लेगी। उन्होंने यह भी कहा कि एक महीने के भीतर इसे लागू किया जा सकता है, जिसके बाद संभवतः अन्य ग्रीन कार्ड श्रेणियाँ भी अस्थायी रूप से निलंबित कर दी जाएँगी।

H-1B वीज़ा पर नया शुल्क, टेक कंपनियों में हड़कंप
ट्रम्प प्रशासन ने संकेत दिया है कि H-1B वीज़ा के लिए आवेदन शुल्क को $100,000 तक बढ़ाया जा सकता है। इस कदम का उद्देश्य इस वीज़ा का अत्यधिक उपयोग कम करना है। इस खबर के सामने आने के बाद IT कंपनियों के शेयरों में गिरावट दर्ज की गई है। ट्रम्प ने यह भी कहा कि, “हम चाहते हैं कि दुनिया के सबसे अच्छे लोग अमेरिका आएं - और वे इसके लिए भुगतान करने को तैयार हैं।”

ट्रम्प ने उम्मीद जताई है कि कम से कम 10 लाख लोग इस गोल्ड कार्ड कार्यक्रम का हिस्सा बनेंगे। लेकिन विशेषज्ञों का मानना है कि इतनी बड़ी संख्या में इच्छुक और सक्षम उम्मीदवार मिलना मुश्किल हो सकता है। फिर भी, यदि यह योजना सफल होती है, तो यह अरबों डॉलर की अतिरिक्त आमदनी अमेरिका को दे सकती है — जिससे देश के कर्ज चुकाने, टैक्स में कटौती और नए विकास कार्यों में मदद मिलेगी।


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Content Writer

Anu Malhotra

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