जयशंकर ने US-PAK संबंधों पर उठाए सवाल, कहा- विश्व पटल पर भारत का रुख काफी महत्वपूर्ण

punjabkesari.in Monday, Sep 26, 2022 - 10:56 AM (IST)

वाशिंगटन:  भारत एवं अमेरिका के ‘फ्रेंडशिप काउंसिल एंड फाउंडेशन फॉर इंडिया एंड इंडियन डायसपोरा स्टडीज़' (एफआईआईडीएस) द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम में भारतीय-अमेरिकियों के साथ एक संवाद के दौरान विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने एफ-16 लड़ाकू विमानों के वास्ते पाकिस्तान के लिए अमेरिकी प्रशासन द्वारा 45 करोड़ डॉलर के पैकेज को मंजूरी दिए जाने के फैसले पर रविवार को सवाल उठाया । उन्होंने कहा कि अमेरिका के पाकिस्तान के साथ संबंधों से दोनों में से किसी देश को ‘‘कोई फायदा नहीं'' हुआ है। एक प्रश्न के उत्तर में कहा, ‘‘ ईमानदारी से कहूं, तो इस संबंध से न तो पाकिस्तान को कोई फायदा हुआ है और न ही इससे अमेरिका के हितों को पूरा करने में मदद मिली है, इसलिए अब अमेरिका को वास्तव में यह सोचना चाहिए कि इस संबंध का फायदा क्या है और इससे उन्हें क्या मिल रहा है।''

 

अमेरिका ने इसको लेकर तर्क दिया था कि आतंकवाद से मुकाबला करने के लिए एफ-16 के रख-रखाव के लिए पैकेज को मंजूरी दी गई है। जयशंकर ने अमेरिका के इस तर्क का जिक्र करते हुए कहा कि हर कोई जानता है कि एफ-16 का कहां और किसके खिलाफ इस्तेमाल किया जाता है। उन्होंने एक सवाल के जवाब में कहा, ‘‘आप इस प्रकार की बातें कहकर किसी को मूर्ख नहीं बना सकते।'' अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन के प्रशासन ने पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के नेतृत्व वाले प्रशासन के पाकिस्तान को सैन्य सहायता पर रोक लगाने संबंधी फैसले को बदलते हुए आठ सितंबर को पाकिस्तान को एफ-16 लड़ाकू विमानों के वास्ते 45 करोड़ डॉलर की मदद देने की मंजूरी दी थी।

 

अमेरिकी संसद को दी एक अधिसूचना में विदेश मंत्रालय ने कहा था कि उसने पाकिस्तान को एफ-16 लड़ाकू विमानों के रख-रखाव के लिए संभावित विदेश सैन्य बिक्री (एफएमएस) को मंजूरी देने का निर्णय किया है। मंत्रालय ने दलील दी थी कि इससे इस्लामाबाद को वर्तमान तथा भविष्य में आतंकवाद के खतरों से निपटने की क्षमता बनाए रखने में मदद मिलेगी। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने अमेरिका के रक्षा मंत्री लॉयड ऑस्टिन से बातचीत में पाकिस्तान के एफ-16 लड़ाकू विमान बेड़े के रख-रखाव के लिए पैकेज देने के अमेरिका के फैसले पर भारत की ओर से चिंता प्रकट की थी।

 

विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने रविवार को कहा कि विश्व पटल पर आज भारत काफी मायने रखता है और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की वजह से भारत के रुख को महत्व दिया जाता है। संयुक्त राष्ट्र महासभा के उच्च स्तरीय सत्र से इतर जयशंकर ने न्यूयॉर्क में कई विश्व नेताओं से मुलाकात की। जयशंकर ने कहा कि इन बैठकों में मिली प्रतिक्रिया के आधार पर वह उक्त बात कह सकते हैं। कार्यक्रम में भारतीय-अमेरिकी समुदाय के साथ बातचीत में कहा कि आज विश्व पटल पर भारत की महत्वपूर्ण भूमिका है और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व एवं उनकी नीतियों की वजह से भारत के रुख को गंभीरता से लिया जाता है।

 

उन्होंने न्यूयॉर्क में उनकी बैठकों के संदर्भ में कहा, ‘‘ आज हमारा रुख मायने रखता है, हमारे विचार मायने रखते हैं...इनमें आज बड़े मुद्दों से निपटने की क्षमता है। मेरा मानना है कि पिछले छह दिन में की गई वार्ताओं से यह बात प्रमुखता से सामने आई है।'' यूक्रेन के एक सवाल पर जयशंकर ने कहा कि आज दुनिया की स्थिति ऐसी है कि एक बड़े संघर्ष का असर पूरी दुनिया पर पड़ता है। उन्होंने कहा, ‘‘मुझे लगता है कि इस संघर्ष के कई पहलू हैं और शायद उनमें से कुछ से (पहले) निपटा जा सकता है।'' देश के विभिन्न हिस्सों से लॉस एंजिलिस और ह्यूस्टन तक के भारतीय-अमेरिकी इस कार्यक्रम में शामिल होने के लिए पहुंचे। संयुक्त राष्ट्र की वार्षिक महासभा में हिस्सा लेने के लिए न्यूयॉर्क में चार दिन तक रुकने के बाद विदेश मंत्री अमेरिकी राजधानी वाशिंगटन पहुंचे।  


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Content Writer

Tanuja

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