US में जयशंकर की गूंजः किसी के इशारों पर नहीं चलता भारत, Quad से ब्रिक्स तक भारत हर मंच पर दमदार
punjabkesari.in Tuesday, Jul 01, 2025 - 05:47 PM (IST)

Washington:अमेरिका यात्रा पर पहुंचे भारत के विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर ने अमेरिकी पत्रिका न्यूज़वीक से बातचीत में भारत की रणनीतिक आज़ादी, भारत-अमेरिका व्यापार समझौते और इंडो-पैसिफिक रणनीति को लेकर कई बड़ी बातें रखीं। उन्होंने स्पष्ट शब्दों में कहा- “भारत दुनिया का ऐसा देश है, जो रूस और ईरान दोनों से बात कर सकता है, और यह हमारी ताकत है।” जयशंकर ने कहा कि भारत और अमेरिका के रिश्तों में मतभेद आ सकते हैं, लेकिन रिश्ते स्थिर और प्रगाढ़ होते जा रहे हैं । उन्होंने याद दिलाया कि चाहे बिल क्लिंटन हों या जो बाइडेन, हर अमेरिकी राष्ट्रपति के कार्यकाल के अंत तक भारत-अमेरिका संबंध मजबूत हुए हैं।
जयशंकर ने साफ किया कि भारत-अमेरिका ट्रेड डील पर बातचीत अंतिम चरण में है, लेकिन इसका सफल होना तय नहीं, क्योंकि बातचीत दो पक्षों का काम है । दोनों देशों को मिलकर साझा ज़मीन खोजनी होगी । उन्होंने दुनिया को याद दिलाया कि बहुत कम देश हैं जो एक साथ रूस, ईरान, अमेरिका और यूरोप से खुले संवाद कर सकते हैं। भारत ने यूक्रेन युद्ध के दौरान रूस और यूक्रेन दोनों से संवाद बनाए रखा और खाद्य सुरक्षा और ग्रेन कॉरिडोर जैसे विषयों पर सकारात्मक भूमिका निभाई ।"भारत न तो पश्चिम विरोधी है, न किसी गुट का हिस्सा। हम वैश्विक स्थिरता के लिए काम करते हैं।"
जयशंकर ने कहा कि क्वाड (Quad) कोई सैन्य गुट नहीं, बल्कि एक ऐसा मंच है, जहां भारत, अमेरिका, जापान और ऑस्ट्रेलिया समान भागीदारी से काम करते हैं चाहे वह समुद्री सुरक्षा हो, महामारी की तैयारी या टेक्नोलॉजी सहयोग । उन्होंने कहा कि भारत में एक गहरा सामाजिक-आर्थिक परिवर्तन हो रहा है। "पिछले 50 सालों में जितना विकास हुआ, उससे दुगनी गति से भारत अब बदल रहा है।" जयशंकर का यह इंटरव्यू सिर्फ एक कूटनीतिक बयान नहीं, बल्कि भारत की नई वैश्विक पहचान का ऐलान है। आज का भारत संवाद करता है, झुकता नहीं और अपनी रणनीतिक स्वतंत्रता पर कोई समझौता नहीं करता।