400वें प्रकाश पर्व पर अमित शाह बोले- देश का कोई ऐसा व्यक्ति नहीं जो गुरू तेग बहादुर के बलिदान से अभिभूत न हो

punjabkesari.in Thursday, Apr 21, 2022 - 01:06 AM (IST)

नई दिल्लीः केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने बुधवार को सिख गुरु तेग बहादुर को नमन करते हुए कहा कि उन्होंने हिंदू धर्म की रक्षा के लिए अपना जीवन कुर्बान कर दिया। शाह ने गुरु तेग बहादुर की 400वीं जयंती के अवसर पर आयोजित एक समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि सिख गुरु के सर्वोच्च बलिदान ने भारत की स्वतंत्रता के बीज बोए थे। 

शाह ने कहा,‘‘ गुरु तेग बहादुर ने हिंदू धर्म की रक्षा के लिए खुद को कुर्बान कर दिया। जब कश्मीरी पंडितों ने उन्हें बताया कि उन पर मुगल किस प्रकार के अत्याचार कर रहे हैं तो उन्होंने कहा जाओ औरंगजेब को बता दो कि पहले वह मेरा धर्म परिवर्तन कराए इसके बाद ही वह किसी अन्य का धर्म परिवर्तन करा सकता है।'' 

उन्होंने कहा, ‘‘वह दिल्ली आए और यहीं चांदनी चौक पर उन्होंने खुद को कुर्बान कर दिया... जिन लोगों ने उन्हें मारने का आदेश दिया, वे चले गए, लेकिन लाखों लोगों ने उस व्यक्ति के मार्ग का अनुसरण किया जिसने खुद को कुर्बान किया ... इसलिए उन्हें 400वर्ष बाद भी हिंद की चादर के नाम से जाना जाता है।'' 

शाह ने कहा कि नरेंद्र मोदी सबसे सौभाग्यशाली प्रधानमंत्री हैं क्योंकि उन्हें गुरु नानक देव की 550 वीं जयंती, गुरु तेग बहादुर की 400वीं जयंती और गुरु गोविंद सिंह की 350वीं जयंती पर कार्यक्रम आयोजित करने का अवसर मिला। 

उन्होंने लाल किले में आयोजित समारोह में कहा, ‘‘मैं बिना किसी संकोच के यह कहना चाहता हूं कि गुरु तेग बहादुर और गुरु गोविंद सिंह के सर्वोच्च बलिदान के कारण ही भारत को बाद में स्वतंत्रता मिली और देश अब 75वां स्वतंत्रता दिवस मना रहा है।'' 

शाह ने जैसे ही अपना संबोधन शुरू किया ‘वाहेगुरु जी का खालसा, वाहेगुरु जी की फतेह', और ‘बोले सो निहाल, सत श्री अकाल' के नारों से लाल किला गूंज उठा। कार्यक्रम में चार सौ छात्रों ने शबद कीर्तन किया।


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Pardeep

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