Union Budget 2025: टैक्स राहत, गोल्‍ड ड्यूटी में बदलाव और 80C लिमिट में वृद्धि से मिलेगा आम आदमी को बड़ा फायदा!

punjabkesari.in Friday, Jan 17, 2025 - 09:59 AM (IST)

नेशनल डेस्क: केंद्र सरकार 2025 के बजट में आम लोगों के लिए राहत देने वाले कई अहम बदलाव कर सकती है। इन बदलावों में प्रमुख हैं, इनकम टैक्‍स स्‍लैब में बदलाव, गोल्‍ड पर ड्यूटी में वृद्धि, स्‍टैंडर्ड डिडक्‍शन की लिमिट में इजाफा, और सेक्‍शन 80C के तहत कटौती की सीमा बढ़ाना। इस बार महंगाई बढ़ने के साथ-साथ अर्थव्‍यवस्‍था की ग्रोथ में भी गिरावट का अनुमान है, ऐसे में सरकार इन कदमों के जरिए लोगों को राहत देने का प्रयास कर सकती है। 

1. स्‍टैंडर्ड डिडक्‍शन में इजाफा
पिछले बजट में सरकार ने स्‍टैंडर्ड डिडक्‍शन की सीमा को ₹50,000 से बढ़ाकर ₹75,000 किया था, जो सैलरीड कर्मचारियों और पेंशनर्स के लिए राहत देने वाला कदम था। इस बार उम्‍मीद जताई जा रही है कि सरकार इसे और बढ़ाकर ₹1 लाख तक कर सकती है। इस बदलाव से वे लोग जिनकी सालाना आय कम है, उन्‍हें अपने कर बोझ को कम करने का मौका मिलेगा। इस कदम से उन लोगों को भी फायदा हो सकता है जो ओल्‍ड टैक्‍स व्‍यवस्‍था में हैं, क्‍योंकि पुरानी व्‍यवस्‍था में स्‍टैंडर्ड डिडक्‍शन की सीमा ₹50,000 है। 

2. टैक्‍स स्‍लैब में बदलाव
नई टैक्‍स व्‍यवस्‍था के तहत सरकार आयकर स्‍लैब में और बदलाव कर सकती है ताकि ज्‍यादा से ज्‍यादा लोग इसे अपनाने के लिए प्रोत्साहित हों। मौजूदा स्‍लैब के मुताबिक ₹0 से ₹3 लाख तक की आय पर शून्‍य टैक्‍स लगता है, ₹3 लाख से ₹7 लाख तक पर 5%, ₹7 लाख से ₹10 लाख तक पर 10%, ₹10 लाख से ₹12 लाख तक पर 15%, ₹12 लाख से ₹15 लाख तक पर 20% और ₹15 लाख से ऊपर की आय पर 30% टैक्‍स लगाया जाता है। विश्‍लेषकों का मानना है कि सरकार 30% टैक्‍स रेट को ₹20 लाख से ऊपर की आय पर लागू कर सकती है, ताकि ज्‍यादा लोग नई व्‍यवस्‍था अपनाएं और सरकार को अधिक राजस्‍व प्राप्‍त हो। इसके अलावा, कुछ लोगों की अपेक्षा है कि नई व्‍यवस्‍था में टैक्‍स छूट की सीमा बढ़ाई जा सकती है, जिससे मध्‍यम वर्ग को फायदा होगा। 

3. सेंक्‍शन 80C की कटौती सीमा बढ़ाना
वर्तमान में सेक्‍शन 80C के तहत टैक्सपेयर्स को ₹1.5 लाख तक की कटौती मिलती है, जो पेंशन, जीवन बीमा प्रीमियम, घर की ईएमआई, बच्चों की पढ़ाई आदि के लिए निवेश पर आधारित होती है। लेकिन महंगाई और बढ़ते वित्तीय दबाव को देखते हुए, विशेषज्ञों का मानना है कि सरकार इस सीमा को ₹2 लाख तक बढ़ा सकती है। इससे उन्‍हें राहत मिलेगी जो घर, बचत और निवेश के लिए अधिक खर्च करते हैं और इसके परिणामस्‍वरूप उनका कर बोझ कम हो सकता है। इस कदम से मध्यम वर्ग को अपनी बचत को और बढ़ाने का अवसर मिलेगा, साथ ही लंबी अवधि में उन्‍हें टैक्स की बचत होगी। 

4. गोल्‍ड पर आयात ड्यूटी में बढ़ोतरी?
भारत में सोने का आयात कई सालों से बढ़ रहा है, जिसके कारण देश के व्यापार घाटे पर दबाव बढ़ गया है। फिलहाल, सोने पर 6% आयात शुल्क लगाया जाता है, जो पिछले कुछ वर्षों में कम हुआ था। विशेषज्ञों का मानना है कि सरकार इस शुल्क को बढ़ा सकती है ताकि देश के बढ़ते व्यापार घाटे को नियंत्रित किया जा सके। यदि आयात शुल्क में वृद्धि होती है, तो यह सोने के आयात को नियंत्रित कर सकता है, लेकिन इसका असर घरेलू कीमतों पर पड़ेगा। सोने की कीमतों में वृद्धि हो सकती है, जो आम उपभोक्ताओं के लिए एक चिंता का विषय हो सकती है। हालांकि, यह कदम देश की अर्थव्‍यवस्‍था को मजबूत करने में मददगार साबित हो सकता है। 

2025 का बजट इन बदलावों से आम लोगों को राहत दे सकता है, विशेषकर उन्‍हें जो टैक्सपेयर्स के रूप में वित्तीय दबाव महसूस कर रहे हैं। हालांकि, ये सभी बदलाव सरकार की नीतियों और फैसलों पर निर्भर करेंगे। यदि इन प्रस्तावित बदलावों को बजट में शामिल किया जाता है, तो इससे करदाताओं के लिए राहत के साथ-साथ भारत की आर्थिक स्थिति को भी सुधारने में मदद मिल सकती है।


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Content Editor

Mahima

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