असम में Ulfa-I का धमाका योजना विफल, संगठन ने खुद पुलिस को दी बमों की जानकारी

punjabkesari.in Thursday, Aug 15, 2024 - 08:06 PM (IST)

असम : गुरुवार की सुबह, जब पूरे देश में स्वतंत्रता दिवस का जश्न मनाया जा रहा था, तब असम में उग्रवादी संगठन उल्फा-इंडिपेंडेंट (Ulfa-I) ने एक चौंकाने वाला बयान जारी कर सनसनी मचा दी। संगठन ने दावा किया कि उसने पूरे असम में 24 जगहों पर बम प्लांट किए हैं। लेकिन, उल्फा-आई की इस साजिश की योजना सफल नहीं हो पाई, क्योंकि उसने स्वयं ही पुलिस को इन बमों के बारे में सूचना दे दी। वर्तमान में, पुलिस इन बमों की खोज में लगी हुई है और अब तक 19 बमों का पता लगाकर उन्हें निष्क्रिय भी कर दिया गया है।

उल्फा-आई की घोषणा और उसकी मंशा
उल्फा-आई ने स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर रात करीब 11.30 बजे बयान जारी किया था। इस बयान में बम प्लांट किए गए स्थानों की लिस्ट भी दी गई थी। इनमें से 8 स्थान राजधानी गुवाहाटी में थे, और अन्य बमों को डिब्रूगढ़, शिवसागर, तिनसुकिया, नगांव, लखीमपुर, नलबरी, रांगिया और गोलघाट जिलों में प्लांट किया गया था। संगठन ने इन स्थानों की तस्वीरें भी जारी कीं, जिसमें गुवाहाटी के दिसपुर स्थित राज्य सचिवालय के नजदीक का एक स्थान शामिल था।

उल्फा-आई का उद्देश्य स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर अपनी ताकत का प्रदर्शन करना था और राज्य सरकार को चुनौती देना था। इसके लिए उसने बमों को 6 बजे से दोपहर 12 बजे के बीच फटने की योजना बनाई थी, लेकिन तकनीकी कारणों से बमों में विस्फोट नहीं हो सका। उल्फा-आई ने बमों की लोकेशन पुलिस को ही जानकारी दी, जिससे पुलिस ने सर्च ऑपरेशन शुरू किया और बमों को ढूंढकर उन्हें निष्क्रिय कर दिया।

पुलिस की कार्रवाई और बमों की स्थिति
उल्फा-आई ने बमों के स्थान की जानकारी पुलिस को प्रदान की थी, जिससे पुलिस को खोजी कार्यवाही में सहायता मिली। अब तक, 19 बमों का पता लगा लिया गया है और उन्हें सुरक्षित रूप से निष्क्रिय कर दिया गया है। उल्फा-आई ने यह भी कहा कि बमों को इस तरह से प्लांट किया गया था कि आम जनता को कोई नुकसान न पहुंचे, और उसने पुलिस से अपील की कि सभी बमों को ढूंढकर उन्हें निष्क्रिय किया जाए।उल्फा-आई की इस साजिश ने स्वतंत्रता दिवस के दौरान असम में एक गंभीर सुरक्षा स्थिति उत्पन्न कर दी थी, लेकिन पुलिस की तत्परता और सक्रियता से बड़ी दुर्घटना को टलाया गया।

क्या है Ulfa-I
Ulfa-I यह एक प्रतिबंधित संगठन है जो असम में सक्रिय है। जिसका मुख्य उद्देश्य असम को भारत से अलग करके एक स्वतंत्र राष्ट्र बनाना है। इसे भारत सरकार द्वारा आतंकवादी संगठन घोषित किया गया है, और यह संगठन सशस्त्र संघर्ष और हिंसक गतिविधियों में लिप्त रहा है। ULFA(I) की स्थापना 1979 में की गई थी। इसके संस्थापकों में प्रमुख नाम परेश बरुआ और अरविंद राजखोवा शामिल हैं। ULFA(I) का लक्ष्य असम में स्वायत्तता प्राप्त करना है और इस दिशा में यह विभिन्न प्रकार की हिंसक गतिविधियों और हमलों को अंजाम देता रहा है।

 

 

 

 

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Content Editor

Utsav Singh

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