UK Election: ब्रिटेन में कैसे होता है आम चुनाव? जानें भारत से कितना अलग है राजनीतिक ढांचा?
punjabkesari.in Thursday, Jul 04, 2024 - 12:00 PM (IST)
इंटरनेशनल डेस्क: ब्रिटेन में आम चुनाव के लिए लोग स्थानीय समयानुसार सुबह 7 बजे से रात 10 बजे तक वोट करेंगे। ये चुनाव ब्रिटेन के सभी हिस्सों इंग्लैंड, उत्तरी आयरलैंड, स्कॉटलैंड और वेल्स में होगा। यहां मुख्य मुकाबला ऋषि सुनक की कंजर्वेटिव और मुख्य विपक्षी नेता कीर स्टार्मर की लेबर पार्टी के बीच है। ऐसा अनुमान जताया जा रहा है कि ब्रिटेन के पीएम ऋषि सुनक की कुर्सी दांव पर लगी हुई है। आइए आपको बतातें है कि UK में चुनाव की प्रक्रिया कैसे की जाती है।
UK में चुनाव कैसे होता है?
- भारत में संसदीय प्रणाली की सरकार ब्रिटिश (यूके) संविधान से ली गई है।
- भारत और ब्रिटेन के चुनावों में बहुत समानताएं होती हैं।
- आम चुनाव में यूके के हर हिस्से के 18 साल और इससे अधिक उम्र के लोग अपना सांसद चुनने के लिए मतदान करेंगे।
- मतदान कुल 650 संसदीय सीटों के लिए होगा।
- चुना गया व्यक्ति ब्रिटिश संसद के निचले सदन हाउस ऑफ कॉमन्स में पांच साल तक निर्वाचन क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करेगा।
- प्रत्येक निर्वाचन क्षेत्र में कई उम्मीदवार अपनी किस्मत आजमाते हैं।
- फर्स्ट पास्ट द पोस्ट सिस्टम के तहत सबसे ज्यादा वोट पाने वाला उम्मीदवार सांसद बनता है।
कौन डाल सकता है वोट?
- ब्रिटेन के आम चुनाव में कोई भी व्यक्ति जो 4 जुलाई के दिन 18 साल या उससे अधिक का है
- ब्रिटिश नागरिक है या यूके पते के साथ गणराज्य आयरलैंड नागरिक है तो वह मतदान कर सकता है।
- इसके अलावा, एक योग्य राष्ट्रमंडल नागरिक भी वोट डाल सकते हैं।
- विदेश में रहने वाले ब्रिटिश नागरिक जिनके निर्वाचन क्षेत्र में मतदान होना है।
- वे पहले वहां के निवासी या मतदाता सूची में शामिल थे, वो भी वोट डाल सकते हैं।
कैसे बनते हैं PM?
- अगर एक पार्टी बहुमत के लिए जरूरी सीटें जीत लेती है तो उसका नेता प्रधानमंत्री बन जाता है।
- सांसदों की संख्या के लिहाज से दूसरे नंबर की पार्टी का नेता, नेता विपक्ष बनता है।
- चुनाव में अगर किसी पार्टी को बहुमत नहीं मिलता है तो त्रिशंकु संसद की घोषणा की जाती है।
- भारत की तरह ब्रिटेन में भी किसी दल को बहुमत न मिलने पर सबसे बड़ा राजनीतिक दल दूसरे दलों के साथ मिल कर गठबंधन सरकार बनाने का फैसला कर सकता है।
- बता दें कि 2019 में कंजरवेटिव पार्टी बहुमत से चुनाव जीता था।
चुनाव में क्या हैं मुद्दे?
- बढ़ती अप्रवासियों की संख्या पर लगाम कसना
- महंगाई
- बेरोजगारी
भारत से कितना अलग है राजनीतिक ढांचा?
- यहां भी संसद के 2 सदन हैं। इन्हें हाउस ऑफ कॉमन्स और हॉउस ऑफ लॉर्ड्स कहा जाता है।
- ब्रिटेन के नागरिक आम चुनाव में हाउस ऑफ कॉमन्स (लोअर हाउस) के लिए सांसदों का चुनाव करते हैं।
- जिस पार्टी को 50% से ज्यादा सीटें मिलती है, वह सरकार बनाती है। पार्टी के लीडर को देश का प्रधानमंत्री घोषित किया जाता है।
- ब्रिटेन की संसद में कुल 650 सीटें हैं। चुनाव जीतने के लिए पार्टियों को 326 का आंकड़ा पार करना होगा।
- अगर किसी भी पार्टी को स्पष्ट बहुमत नहीं मिलता है तो वे बाकी छोटे दलों के साथ मिलकर गठबंधन की सरकार बना सकते हैं।
- वहीं हाउस ऑफ लॉर्ड्स (अपर हाउस) के सदस्यों का चुनाव नहीं होता, इन्हें प्रधानमंत्री की सिफारिश पर नियुक्त किया जाता है।
- इसके सदस्यों की संख्या भी निर्धारित नहीं होती है। 20 जून 2024 तक ब्रिटेन के अपर हाउस में 784 सदस्य थे।
- ब्रिटेन में भारत की तरह वोटिंग से पहले बड़ी-बड़ी रैलियां नहीं होतीं बल्कि प्रत्याशी घर-घर जाकर कैंपेन चलाते हैं।
- इस दौरान वे मतदाता से सीधे उनकी समस्याओं और चुनावी मुद्दों पर बात करते हैं।
- इसके अलावा प्रधानमंत्री पद के न्यूज चैनल्स को दिए इंटरव्यूज में अपना पक्ष रखते हैं।
- साथ ही वे वोटरों को साधने के लिए मंदिर भी जाते हैं और कई इवेंटस भी ऑर्गनाइज करवाते हैं।