G-20 सम्मेलन में नहीं मिली तरजीह, खफा ट्रूडो ने घरेलू मुद्दों से ध्यान हटाने के लिए इस्तेमाल किया खालिस्तान का मुद्दा

punjabkesari.in Wednesday, Sep 20, 2023 - 01:50 PM (IST)

नेशनल डैस्क : भारत में जी 20 सम्मेलन में हिस्सा लेने आए जस्टिन ट्रूडो ने सम्मेलन के दौरान तरजीह न मिलने का गुस्सा कनाडा में जाकर उतार दिया है। जस्टिन ट्रूडो ने कनाडा की संसद में खड़े होकर भारतीय एजैंसियों पर खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या के आरोप लगाए। राजनीतिक हलकों में इसे ट्रूडो का घरेलू मुद्दों से ध्यान हटाने का पैंतरा भी माना जा रहा है। दरअसल इस साल कनाडा की आर्थिक स्थिति बहुत ज्यादा अच्छी नहीं रही है और कनाडा की जनता महंगाई के साथ-साथ अर्थव्यवस्था से जुड़े अन्य मुद्दों से जूझ रही है तथा ब्याज दरें लगातार बढ़ रही हैं। कनाडा में मकान खरीदने वालों के लिए मोर्टगेज का समय 30 से बढ़कर 40 साल हो गया है। कनाडा के इन गंभीर मुद्दों से ध्यान हटाने के लिए ही जस्टिन ट्रूडो ने खालिस्तान का राग छेड़ दिया है और कहा है कि कनाडा किसी भी तरह की अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का समर्थन करता है।

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वतन वापसी पर अपना दाव चलाया

गौरतलब है कि जस्टिन ट्रूडो जब भारत आए थे तो उनका सरकारी विमान खराब हो गया था, लिहाजा उन्हें अपने तय दौरे से 2 दिन अधिक भारत में बिताने पड़े। इस दौरान भारत की तरफ से किसी वरिष्ठ मंत्री ने जस्टिन ट्रूडो के साथ मुलाकात नहीं की। जस्टिन ट्रूडो इस बात से भी खफा नजर आ रहे थे और वतन वापसी पर उन्होंने अपना वह दाव चल दिया जिससे भारत को परेशानी हो और उनका खालिस्तानी वोट बैंक भी उनके साथ पुख्ता हो जाए।

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यह महज इत्तेफाक की ही बात नहीं है कि जस्टिन ट्रूडो के भारत से कनाडा वापस जाते ही कनाडा के खालिस्तानियों ने भारत के खिलाफ खुलेआम बयानबाजी शुरू कर दी और कनाडा की हिंदुओं को देश तक छोड़ने की चेतावनी दे दी। इसी बीच यू.के. में भी सिख फैडरेशन आफ यू.के. ने अपनी 20वीं वर्षगांठ पर बैठक करके 2047 तक भारत के टुकड़े-टुकड़े होने का ऐलान कर दिया। इसी बीच आस्ट्रेलिया में मार्च में मंदिरों में हुए हमलों के संबंध में भी एक रिपोर्ट आई, जिसमें इन मंदिरों पर हुए हमलों के पीछे हिंदु संगठनों का ही हाथ होने का शक जता दिया गया।

गौरतलब है कि कनाडा, आस्ट्रेलिया, यू.के. और यू.एस.ए. में खालिस्तानी भारत के खिलाफ बड़ी मुहिम चला रहे हैं और ये सारे खालिस्तानी संगठन एक -दूसरे के साथ तालमेल करके चल रहे हैं। कनाडा में बढ़ रहे खालिस्तानियों के प्रभाव का असर यू.के., आस्ट्रेलिया और यू.एस.ए. में भी नजर आ रहा है और इन देशों में भी भारत के खिलाफ गतिविधियां बढ़ रही हैं और भारतीय दूतावासों को निशाना बनाया जा रहा है।

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4 महीने में ऐसे बिगड़े भारत और कनाडा के रिश्ते

जून 2023
कनाडा में दिवंगत प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के हत्यारों का महिमामंडन करने वाली परेड निकाली गई, भारत के विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने इसके लिए कनाडा का विरोध किया।

सितंबर 2023
भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जी 20 सम्मेलन के दौरान कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो के सामने कनाडा में हो रहे भारत विरोधी प्रदर्शनों का मुद्दा उठाया।

सितंबर 2023
कनाडा की व्यापार मंत्री मैरी एंजी ने भारत में अक्तूबर में स्थापित होने वाले ट्रेड मिशन को  स्थगित करने की घोषणा की।

सितंबर 2023
भारत ने कनाडा के साथ होने वाले फ्री ट्रेड एग्रीमैंट पर बातचीत बंद की। 


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News Editor

Rahul Singh

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