ओटावा प्रदर्शनः भारत के किसान आंदोलन पर तंज कसने वाले कनाडाई PM ट्रूडो व सांसद जगमीत की अक्ल आई ठिकाने

punjabkesari.in Thursday, Feb 10, 2022 - 01:51 PM (IST)

इंटरनेशनल डेस्कः  " जैसा बोओगे वैसा काटोगे" और "जैसी करनी वैसी भरनी"  कहावतें कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो पर  बिल्कुल फिट बैठ रही हैं । भारत में किसान आंदोलन को हवा देने वाले  ट्रूडो अब अपने देश में ट्रक चालकों के आंदोलन की आग में झुलस रहे हैं। किसान आंदोलन पर  भारत के खिलाफ टिप्पणी करने वाले सबसे पहले विदेशी नेता जस्टिन ट्रूडो ही थे। लेकिन किसान आंदोलन पर भारत को ज्ञान देने वाले कनाडा के प्रधानमंत्री आज अपने देश के लोगों के लोगों से आंदोलन वापस लेने की अपील करते दिख रहे हैं।  इसी तरह कनाडा के सिख मूल के सांसद जगमीत सिंह ने भी किसान आंदोलन की चिंगारी को भड़काने में कोई कसर नहीं छोड़ी थी । लेकिन अब वहीं जगमीत सिंह इसे देश का आंतरिक मामला बताते हुए विदेशी मुल्कों से इसमें दखल न देने की चेतावनी दे रहें हैं।  

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 ट्रूडो ने ट्रक ड्राइवरों के प्रदर्शन को बताया देश के खिलाफ
कनाडा के प्रधानमंत्री संसद में सोमवार को कहा कि  प्रदर्शन को रोकने की जरूरत है क्योंकि यह देश की अर्थव्यवस्था को बाधित कर रहा है। ओटावा में कोविड -19 वैक्सीन जनादेश के खिलाफ विरोध कर रहे 50 हजार से अधिक ट्रक ड्राइवरों के खिलाफ कड़ा रुख अपनाते हुए, ट्रूडो ने कहा कि इसे समाप्त होना चाहिए।  बता दें कि ट्रूडो  ने किसान आंदोलन को प्रदर्शनकारियों का अधिकार बताया था।  संसद में  भाषण के दौरान उन्होंने कहा, "प्रदर्शनकारी हमारी अर्थव्यवस्था, हमारे लोकतंत्र और हमारे साथी नागरिकों के दैनिक जीवन को अवरुद्ध करने की कोशिश कर रहे हैं। इसे रोकना होगा।" ट्रूडो ने आगे कहा, "ओटावा के लोग अपने ही पड़ोस में परेशान होने के लायक नहीं हैं। वे सड़क के किनारे जारी हिंसा को सामना करने के लायक नहीं हैं।"  ट्रूडो ने यह भी कहा, "यह एक ऐसे देश की कहानी है, जो एकजुट होकर इस महामारी से उबरा है। कुछ लोग चिल्ला रहे हैं।"

 

NOW - Canada's PM Trudeau: "Individuals are trying to blockade our economy, our democracy, and our fellow citizens' daily lives. It has to stop." pic.twitter.com/N5FQllLdjp

— Disclose.tv (@disclosetv) February 8, 2022

किसान आंदोलन पर क्या बोले थे ट्रूडो
भारत में किसानों के विरोध प्रदर्शन के समय जस्टिन ट्रूडो ने कहा था, ‘अगर मैं किसानों के विरोध के बारे में भारत से आने वाली खबरों पर अपनी बात न रखता हूं तो मुझे खेद होगा। स्थिति चिंताजनक है। हम सभी परिवार और दोस्तों को लेकर बहुत चिंतित हैं। हम जानते हैं कि यह आप में से कई लोगों के लिए एक वास्तविकता ह। मैं आपको याद दिला दूं, शांतिपूर्ण प्रदर्शनकारियों के अधिकारों की रक्षा के लिए कनाडा हमेशा खड़ा रहेगा। हम बातचीत की प्रक्रिया में विश्वास करते हैं। हम अपनी चिंताओं को उजागर करने के लिए कई माध्यमों से भारतीय अधिकारियों तक पहुंचे हैं। यह हम सबके लिए एक साथ आने का क्षण है।''

 

We welcome the support of @JustinTrudeau Pm Canada for the farmers agitation and urge Bjp govt to accept the legitimate demands of farmers who have contributed to the inclusive development of India and are themselves under a colossal debt leading to widespread suicides-khaira pic.twitter.com/T7WqMvWx51

— Sukhpal Singh Khaira (@SukhpalKhaira) December 1, 2020

अभिनेत्री  कंगना ने ट्रूडो पर कसा था तंज
अभिनेत्री कंगना रनावत ने 31 जनवरी को को इंस्टाग्राम पर कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो पर तंज कसा। कनाडा के ओटावा में चल रहे विरोध-प्रदर्शन के बारे में एक पोस्ट साझा करते हुए कंगना ने लिखा, ‘कर्म का फल भुगतना पड़ता है।''  2020 में भारत में सरकार का विरोध कर रहे किसानों के समर्थन में जस्टिन के आगे आने के मद्देनजर कंगना का यह बयान आया था।

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कनाडाई सांसद जगमीत सिंह भी निशाने पर
इसी तरह कनाडा के सिख मूल के सांसद जगमीत सिंह ने भी किसान आंदोलन की चिंगारी को भड़काने में कोई कसर नहीं छोड़ी थी । लेकिन अब वहीं जगमीत सिंह इसे देश का आंतरिक मामला बताते हुए विदेशी मुल्कों से इसमें दखल न देने की चेतावनी देने पर भारतीयों के निशाने पर आ गए हैं। कनाडा की न्यू डेमोक्रेटिक पार्टी (NDP) के सिख मूल के नेता जगमीत सिंह  ओटावा में ट्रक ड्राइवरों की हड़ताल की निंदा करके मुसीबत में फंस गए हैं। दरअसल जगमीत ने पिछले साल भारत में किसानों के विरोध का कट्टर समर्थन किया था।  सिंह ने कहा कि प्रदर्शन के पीछे कुछ लोग "भड़काऊ, विभाजनकारी और घृणित टिप्पणियों" के माध्यम से "गलत जानकारी" को आगे बढ़ा रहे हैं।

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रिपोर्ट में कहा गया है कि NDP नेता ने कहा कि वह ऐसे अभियान का समर्थन नहीं करते हैं जो "चरमपंथी और खतरनाक विचारों" को पनाह देता है। बता दें कि कनाडा में विरोध का आयोजन कनाडा यूनिटी द्वारा किया जा रहा है, जो कोविड संबंधित उपायों का विरोध करता है। विरोध करने वाले लोगों का कहना है कि उनका उद्देश्य प्रधान मंत्री जस्टिन ट्रूडो और उनकी सरकार को ट्रक ड्राइवरों के लिए वैक्सीन जनादेश को छोड़ने और अन्य सार्वजनिक स्वास्थ्य सुरक्षा को दूर करने के लिए प्रेरित करना है।


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Content Writer

Tanuja

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