''इंदुबाई'' बनकर होटल में छुपी थीं ट्रेनी IAS पूजा खेडकर की मां, ऐसे दे रही थीं पुलिस को चकमा
punjabkesari.in Friday, Jul 19, 2024 - 07:42 AM (IST)
नेशनल डेस्कः पुणे पुलिस ने विवादों में घिरी प्रशिक्षु आईएएस पूजा खेडकर की मां मनोरमा खेडकर को जमीन संबंधी एक विवाद में कथित तौर पर बंदूक दिखाकर कुछ लोगों को धमकाने के मामले में गुरुवार को गिरफ्तार कर लिया। अधिकारियों ने यह जानकारी दी। एक अधिकारी ने बताया कि मनोरमा को तड़के महाराष्ट्र के रायगढ़ जिले के महाड से हिरासत में लिया गया था। पुलिस के अनुसार, मनोरमा खेडकर महाड के हिरकणीवाड़ी स्थित एक लॉज में छिपी थीं। पकड़े जाने के बाद उन्हें पुणे जिले के पौड पुलिस थाने लाया गया।
मनोरमा खेडकर को महाड के एक होटल से हिरासत में लिया गया था। वह इस होटल में एक शख्स के साथ ठहरी थीं, जिसे उन्होंने अपना बेटा बताया था। इस होटल के मालिक अनंत का कहना है कि उन्होंने (मनोरमा) अपना नाम इंदुबाई बताया था और जिस शख्स के साथ वह इस होटल में ठहरी थीं। उसे उन्होंने अपना बेटा बताया था। मनोरमा की गिरफ्तारी को लेकर होटल के मालिक का कहना है कि गुरुवार तड़के 3.30 बजे लेडी कॉन्स्टेबल के साथ पुलिस की एक टीम यहां पहुंची थी और सुबह लगभग 6.30 बजे यहां से चली गई। इस दौरान पुलिस मनोरमा को भी अपने साथ ले गई।
दरअसल, एक वीडियो सामने आया था जिसमें मनोरमा पुणे के मुलशी तहसील के धडवाली गांव में भूमि विवाद को लेकर कुछ लोगों को कथित तौर पर बंदूक दिखाकर धमकाती नजर आ रही थीं। इसके बाद से पुलिस मनोरमा और उनके पति दिलीप खेडकर की तलाश में जुटी थी। पुणे (ग्रामीण) में पौड पुलिस ने खेडकर दंपति और पांच अन्य के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की धारा-323 (बेईमानी या धोखाधड़ी से संपत्ति हटाना या छिपाना) सहित अन्य धाराओं और शस्त्र अधिनियम की विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया था।
पुणे (ग्रामीण) के पुलिस अधीक्षक पंकज देशमुख ने बताया, ‘‘मनोरमा खेडकर को रायगढ़ जिले के महाड से हिरासत में लिया गया और उन्हें पुणे लाया गया, जहां औपचारिकताएं पूरी होने के बाद उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया।'' आरोपी मनोरमा, उनके पति दिलीप और पांच अन्य लोगों का पता लगाने के लिए कई टीम गठित की गई थीं।
पूजा खेडकर आईएएस परीक्षा के समय दिए गए दिव्यांगता और ओबीसी प्रमाण पत्र को लेकर सवालों के घेरे में हैं। पुणे कलेक्टर कार्यालय में तैनाती के दौरान किए गए आचरण को लेकर भी उनके खिलाफ जांच की जा रही है। विवाद के बीच सरकार ने मंगलवार को खेडकर के जिला प्रशिक्षण कार्यक्रम को स्थगित कर दिया और उन्हें 23 जुलाई तक लाल बहादुर शास्त्री राष्ट्रीय प्रशासन अकादमी में रिपोर्ट करने को कहा गया है।