TMC नेताओं का दिल्ली के मंदिर मार्ग पुलिस थाने में धरना जारी

punjabkesari.in Tuesday, Apr 09, 2024 - 04:51 PM (IST)

नेशनल डेस्क: निर्वाचन आयोग के कार्यालय के बाहर धरने के दौरान दिल्ली पुलिस द्वारा हिरासत में लिये गये TMC नेताओं ने अपना प्रदर्शन मंगलवार की सुबह भी मंदिर मार्ग पुलिस थाने में जारी रखा। सौरभ भारद्वाज समेत Aap के नेता पुलिस थाने पर TMC के विरोध प्रदर्शन में शामिल हुए। TMC के दस सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल ने सोमवार को निर्वाचन आयोग की पूर्ण पीठ से मुलाकात की और मांग की कि प्रवर्तन निदेशालय, केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो, राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण और आयकर विभाग के प्रमुखों को बदला जाए क्योंकि वे कथित रूप से सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के इशारे पर काम कर रहे हैं। TMC नेताओं ने बाद में घोषणा की कि वे निर्वाचन आयोग कार्यालय के बाहर 24 घंटे के धरने पर बैठ रहे हैं।

प्रतिनिधिमंडल में राज्यसभा सदस्य डेरेक ओ'ब्रायन, मोहम्मद नदीमुल हक, डोला सेन, साकेत गोखले, सागरिका घोष, विधायक विवेक गुप्ता, पूर्व सांसद अर्पिता घोष, शांतनु सेन और अबीर रंजन विश्वास और टीएमसी की पश्चिम बंगाल छात्र इकाई के उपाध्यक्ष सुदीप राहा शामिल थे। नेताओं को बाद में दिल्ली पुलिस ने हिरासत में ले लिया और वहां से बलपूर्वक हटा दिया। पुलिस ने कहा कि उसने टीएमसी नेताओं को सोमवार रात रिहा कर दिया। हालांकि, नेता रातभर थाने में ही डटे रहे और अपना धरना जारी रखा।

पुलिस के एक अधिकारी ने कहा, "आज, वे फिर से पुलिस थाने आए। उन्हें अभी भी जाने की अनुमति है लेकिन वे पुलिस थाने से नहीं जा रहे हैं।'' गोखले ने मंगलवार को ‘एक्स' पर एक पोस्ट में कहा कि पार्टी नेता पुलिस थाने पर अपना विरोध जारी रखे हुए हैं। उन्होंने कहा, ‘‘टीएमसी के हम 10 सांसद और पूर्व सांसदों ने कल शाम निर्वाचन आयोग के बाहर 24 घंटे का शांतिपूर्ण धरना शुरू किया... दिल्ली पुलिस ने हमारे साथ दुर्व्यवहार किया, हिरासत में लिया, दिल्ली में घुमाया गया और अंत में मंदिर मार्ग पुलिस थाने में डाल दिया गया।'' उन्होंने कहा, "जैसा कि हमने कहा - हमारा विरोध 24 घंटे के लिए है। हम सभी मंदिर मार्ग पुलिस थाने में हैं, जहां हमें हिरासत में लिया गया था, हम चुपचाप अपना विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं।" गोखले ने कहा, "मोदी (प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी), शाह (गृह मंत्री अमित शाह) और भाजपा खुलेआम केंद्रीय एजेंसियों को अपने प्रचार उपकरण के रूप में इस्तेमाल कर रहे हैं और विपक्ष के पीछे पड़े हैं।" उन्होंने एक अन्य पोस्ट में आप नेताओं को उनके समर्थन के लिए धन्यवाद दिया।

TMC के सभी नेता पुलिस थाना परिसर के अंदर बैठे रहे, लेकिन थोड़ी देर के लिए बाहर गए हक और घोष को दोबारा प्रवेश करने की अनुमति नहीं दी गई। वे थाने की चारदीवारी के बाहर धरने पर बैठ गए। हक ने कहा, "मैं पूरी रात यहां था और सुबह घर चला गया था। अब हमें पुलिस थाने में प्रवेश करने की अनुमति नहीं दी जा रही है।" उन्होंने कहा, "वे कह रहे हैं कि हम आपको विरोध प्रदर्शन में शामिल नहीं होने देंगे... मेरा कहना है कि पुलिस थाना एक सार्वजनिक स्थान है। यदि एक सांसद को अंदर जाने की अनुमति नहीं दी जा रही है, तो आम लोगों का क्या होगा।" पुलिस के उस बयान के बारे में पूछे जाने पर कि टीएमसी नेताओं को सोमवार शाम को हिरासत से रिहा कर दिया गया, हक ने कहा, "हमने 24 घंटे के धरने की घोषणा की थी। उन्होंने हमें निर्वाचन आयोग के सामने बैठने की अनुमति नहीं दी और हमें यहां ले आए। इसलिए, हम यहां बैठे हैं।'' आप के नेता भारद्वाज ने टीएमसी नेताओं के खिलाफ पुलिस कार्रवाई की निंदा की।

उन्होंने कहा, ‘‘टीएमसी नेता यह मांग करने के लिए निर्वाचन आयोग गए थे कि ईडी, आईटी (विभाग) और सीबीआई जैसी एजेंसियों द्वारा विपक्ष पर किए जा रहे हमलों को रोका जाए। प्रधानमंत्री (नरेन्द्र मोदी) हर दिन देश भर में प्रचार कर रहे हैं, जबकि विपक्षी नेताओं के खिलाफ छापे मारे जा रहे हैं ताकि वे प्रचार न कर सकें।'' ममता बनर्जी के नेतृत्व वाली टीएमसी आरोप लगाती रही है कि केंद्रीय जांच एजेंसियां भाजपा के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार के इशारे पर लोकसभा चुनाव से पहले विपक्षी दलों को निशाना बना रही हैं। 


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News Editor

Radhika

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