बेटों के होते हुए भी रोटी के एक- एक निवाले को तरसे बूढ़े मां-बाप, बोले- ‘भूखे रहने से तो मरना ठीक…’ फिर लगाई गंगा में छलांग
punjabkesari.in Monday, Jul 21, 2025 - 04:21 PM (IST)

नेशनल डेस्क: बिहार की राजधानी पटना से एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है। यहाँ कलयुगी बेटों की प्रताड़ना से तंग आकर एक बुजुर्ग दंपति ने गंगा नदी में छलांग लगा दी। स्थानीय लोगों ने पति को बचा लिया, लेकिन पत्नी नदी की तेज धार में लापता हो गईं।
बेटों की प्रताड़ना से परेशान दंपति का आत्मघाती कदम
यह घटना पटना से सटे अलखनाथ घाट की है। जानकारी के अनुसार नालंदा जिले के सिलाव थाना अंतर्गत भानु बीघा गांव के रहने वाले धीरज चौधरी ने अपनी पत्नी मानती देवी के साथ रविवार सुबह गंगा नदी में छलांग लगा दी। नदी में नहा रहे लोगों ने तुरंत दोनों को बचाने की कोशिश की। लोगों ने धीरज चौधरी को तो बचा लिया, लेकिन मानती देवी को नहीं बचा पाए और वे गंगा नदी की तेज धार में बह गईं।
बेटों ने जमीन बेची, खाने को भी नहीं दिया
बचाए गए धीरज चौधरी ने बताया कि उनके दो बेटे हैं। लेकिन बुढ़ापे में कोई भी उनका सहारा नहीं बन रहा है। उन्होंने दर्द भरी आवाज में कहा कि पूर्वजों की जमीन बेटों ने बेच दी है और अब वे माता-पिता को खाने के लिए एक दाना भी नहीं देते। धीरज ने कहा, "भूखे रहने से तो मरना अच्छा है." इसी परेशानी और भूख से तड़पते हुए दंपति ने यह आत्मघाती कदम उठाने का फैसला किया।
चार दिनों से थे भूखे, अब पति अस्पताल में
बताया जा रहा है कि पिछले चार दिनों से इस बुजुर्ग दंपति को अन्न का एक भी दाना नसीब नहीं हुआ था। भूख और तनाव से टूट चुके दोनों बुजुर्गों ने इसी वजह से आत्महत्या का फैसला किया। उफनती गंगा नदी में उन्हें कूदते देख आसपास हड़कंप मच गया था। फिलहाल धीरज चौधरी को पुलिस ने अनुमंडल अस्पताल में भर्ती कराया है, जहां उनकी हालत अब ठीक बताई जा रही है. मानती देवी की तलाश अभी भी जारी है. पुलिस ने मामला दर्ज कर आगे की जांच शुरू कर दी है।