संगीत जगत में शोक की लहर! ठुमरी के सरताज पंडित छन्नूलाल मिश्र ने दुनिया को कहा अलविदा

punjabkesari.in Thursday, Oct 02, 2025 - 08:45 AM (IST)

नेशनल डेस्क। भारतीय शास्त्रीय संगीत के एक युग का अंत हो गया है। मिर्जापुर घराने के महान गायक और पद्म विभूषण से सम्मानित पंडित छन्नूलाल मिश्र का 91 वर्ष की आयु में निधन हो गया है। गुरुवार (समय) को करीब 4:15 बजे उन्होंने बीएचयू के इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस में अंतिम सांस ली। उनके निधन से पूरे संगीत जगत में गहरा शोक है। संगीत प्रेमियों और शिष्यों के लिए यह एक अपूरणीय क्षति है। उनका अंतिम संस्कार आज बनारस में पूरे विधि-विधान से संपन्न किया जाएगा।

लंबी बीमारी के बाद हुआ निधन

पंडित छन्नूलाल मिश्र पिछले काफी समय से बीमार चल रहे थे। उन्हें तीन हफ्ते पहले माइनर अटैक आया था जिसके बाद उन्हें बीएचयू के इमरजेंसी डिपार्टमेंट में भर्ती कराया गया था। इलाज के दौरान डॉक्टरों ने उनके खून और चेस्ट में इंफेक्शन की शिकायत भी की थी। लंबे समय से चल रहे इलाज के बावजूद संगीत के इस दिग्गज ने दुनिया को अलविदा कह दिया।

मिर्जापुर घराना: संगीत से भरा परिवार

पंडित छन्नूलाल मिश्र का जन्म 3 अगस्त 1936 को उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ जिले में हुआ था हालाँकि उनका पैतृक स्थान मिर्जापुर बताया जाता है।

  • शुरुआती शिक्षा: हरिहरपुर गांव के छन्नूलाल मिश्र को संगीत की शुरुआती शिक्षा अपने पिता बदरी प्रसाद मिश्र से मिली थी।

  • आगे का प्रशिक्षण: उन्होंने भारतीय संगीत का प्रशिक्षण किराना घराने के उस्ताद अब्दुल घनी खान से प्राप्त किया।

  • पारिवारिक संबंध: वे प्रसिद्ध तबला वादक अनोखेलाल मिश्र के दामाद भी थे।

उन्होंने ठुमरी, दादरा, चैती, कजरी और भजन गायन जैसी शैलियों को अपनी सुरीली आवाज और अद्वितीय शैली से समृद्ध किया और शास्त्रीय संगीत को आम लोगों तक पहुँचाया।

पुरस्कारों से सुसज्जित रहा जीवन

अपने संगीत सफर में पंडित छन्नूलाल मिश्र ने देश और दुनिया में कई पुरस्कार प्राप्त किए और खुद को साबित किया। वह कई बड़े सम्मानों के धनी थे:

  • पद्म सम्मान: उन्हें वर्ष 2010 में पद्म भूषण और साल 2020 में पद्म विभूषण (भारत का दूसरा सर्वोच्च नागरिक सम्मान) से सम्मानित किया गया था।

  • अन्य सम्मान: उन्हें सुर संगीत संसद, बॉम्बे का शिरोमणि पुरस्कार, उत्तर प्रदेश से संगीत नाटक अकादमी पुरस्कार, बिहार संगीत शिरोमणि और नौशाद अवॉर्ड भी मिल चुके थे।

उन्होंने 2011 में आई फिल्म 'आरक्षण' में भी अपनी आवाज दी थी, जिसमें उन्होंने प्रकाश झा की इस फिल्म के लिए 'सांस अलबेली' और 'कौन सी डोर' जैसे गाने गाए थे।


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Content Editor

Rohini Oberoi

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