Condom: इस देश में कंडोम खरीदना हुआ मंहगा, जानें सरकार ने क्यों लिया ऐसा फैसला
punjabkesari.in Wednesday, Dec 03, 2025 - 12:06 AM (IST)
नेशनल डेस्क: चीन ने 30 साल में पहली बार कंडोम और अन्य गर्भनिरोधक उत्पादों पर टैक्स लगाने का बड़ा फैसला लिया है। एएफआर की रिपोर्ट के मुताबिक, 1993 से जिन प्रोडक्ट्स पर टैक्स छूट दी गई थी, उन पर अब 13% वैट लगाया जाएगा। यह बदलाव चीन की बदलती जनसंख्या नीति और आर्थिक रणनीतियों से जुड़ा माना जा रहा है।
एक संतान नीति से उलट दिशा में बढ़ा चीन
1990 के दशक में चीन ने जन्म नियंत्रण को बढ़ावा देने के लिए गर्भनिरोधक उत्पादों पर टैक्स खत्म कर दिया था। लेकिन अब देश में लगातार गिरती जन्मदर ने चिंताएं बढ़ा दी हैं। 2024 में चीन में सिर्फ 95.4 लाख जन्म हुए- लगातार तीसरा वर्ष जब जनसंख्या नीचे जा रही है। नई नीति संकेत देती है कि चीन अब जन्म दर को बढ़ाने की ओर गंभीरता से कदम बढ़ा रहा है।
कौन-सी सेवाएं रहेंगी टैक्स-फ्री?
कंडोम पर टैक्स लगाने के साथ ही चीन ने बच्चों और परिवार से जुड़ी कई सेवाओं को VAT मुक्त कर दिया है। इनमें शामिल हैं—
- नर्सरी और किंडरगार्टन
- बुजुर्गों की देखभाल करने वाली संस्थाएं
- दिव्यांग सेवा संस्थान
- मैरिज और फैमिली सपोर्ट सर्विसेज
ये छूट जनवरी से लागू होगी।
कंडोम पर टैक्स लगाने की चौंकाने वाली वजह
यह कदम साफ संकेत देता है कि चीन अब जन्म नियंत्रण नहीं, जन्म बढ़ाने की तरफ बढ़ रहा है। पिछले कुछ वर्षों में सरकार-
- कैश सब्सिडी
- लंबी मैटरनिटी–पैटरनिटी लीव
- चाइल्ड केयर फैसिलिटी
- गैर-जरूरी गर्भपात कम करने के दिशानिर्देश
जैसे बदलाव पहले ही लागू कर चुकी है।
बच्चा पालना बना मुश्किल- युवाओं का बड़ा कारण
एक रिपोर्ट के अनुसार, चीन में 18 साल की उम्र तक एक बच्चे को पालने में 538,000 युआन (लगभग ₹96 लाख) से ज्यादा खर्च आता है। कमजोर रोजगार बाजार और आर्थिक दबाव के कारण कई युवा बच्चा पैदा करने का खर्च उठाने में असमर्थ होने की बात कहते हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि कंडोम पर टैक्स लगाने से जन्मदर में बड़ी बढ़ोतरी की उम्मीद नहीं है, लेकिन यह कदम प्रतीकात्मक दबाव जरूर बनाता है कि देश बच्चे पैदा करने को बढ़ावा देना चाहता है।
नई चिंता- क्या बढ़ेगा असुरक्षित सेक्स?
टैक्स बढ़ाए जाने से जन स्वास्थ्य पर असर पड़ने की आशंका भी जताई गई है। चीन में HIV मामलों में तेज उछाल देखा जा रहा है, जबकि दुनिया भर में यह संख्या घट रही है। अधिकांश नए संक्रमण असुरक्षित यौन संबंधों से जुड़े हैं।
