पुंछ में एक ही परिवार से उठे तीन जनाजे, अंतिम विदाई पर रो पड़ा पूरा गांव

punjabkesari.in Sunday, Jul 19, 2020 - 12:21 AM (IST)

जम्मू:  जम्मू-कश्मीर के पूंछ जिले में नियंत्रण रेखा पर पाकिस्तान की ओर से दागे गए मोर्टार के भारी गोले की चपेट में आकर मारे गए एक दंपती और उनके बेटे को ग्रामीणों ने शनिवार को अश्रुपूर्ण विदाई दी। शुक्रवार रात को पाकिस्तान की ओर से गोलाबारी में मोर्टार का एक गोला कारमारा गांव में उक्त दंपती के घर पर आकर फटा था जिसकी चपेट में आकर मोहम्मद रफीक (58), उनकी पत्नी राफिया बी (50) और उनके 16 वर्षीय बेटे इरफान की मौत हो गई थी। अधिकारियों ने बताया कि तीनों को उनके पैतृक कब्रिस्तान में दफनाया गया। उनकी अंत्येष्टि में गांव तथा आस-पास के इलाकों के सैकड़ों लोग शामिल हुए।

 

उन्होंने बताया कि शुक्रवार की घटना के बाद स्थानीय लोगों ने संघर्षविराम का उल्लंघन करने और रहवासी इलाकों को निशाना बनाने पर पाकिस्तान के खिलाफ प्रदर्शन किया। एक ग्रामीण ने कहा,"घटनाएं हमारे लिए आम हो गई हैं। हमें इन्हें कब तक बर्दाश्त करना होगा?" अधिकारियों ने बताया कि तीनों की अंत्येष्टि में प्रशासन एवं पुलिस विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों के अलावा विभिन्न राजनीतिक दलों के नेता भी शामिल हुए। नेशनल कॉन्फ्रेंस ने कहा कि रफीक पार्टी का प्रमुख कार्यकर्ता था। उन्होंने कहा कि ऐसे समय जब पूरी दुनिया कोविड-१९ महामारी से जूझ रही है, पाकिस्तान की सेना जम्मू-कश्मीर में नियंत्रण रेखा पर संघर्ष विराम का उल्लंघन करने में व्यस्त है और अमानवीय तरीके से आम नागरिकों को निशाना बना रही है।

 

कांग्रेस और जम्मू-कश्मीर अपनी पार्टी ने भी रिहायशी इलाकों में पाकिस्तान की गोलाबारी की आलोचना की। उन्होंने प्रभावित परिवारों के लिए पर्याप्त मुआवजे की तथा सीमा पर रहने वाले लोगों की सुरक्षा के लिए आवश्यक कदम उठाने की मांग की। नेशनल कॉन्फ्रेंस के प्रांतीय अध्यक्ष समेत अन्य वरिष्ठ नेताओं ने संयुक्त बयान में कहा," पकिस्तान की सेना की ओर से किए जा रहे अमानवीय कृत्यों से बचाव के लिए बनाए जा रहे सामुदायिक बंकरों और सुरक्षा शेड के निर्माण में देरी से हालात और खराब हो गए।"
 


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Monika Jamwal

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