हिंद महासागर में चीन की सक्रियता कम करने के लिए भारत ने अपनाई यह रणनीति

punjabkesari.in Thursday, Apr 19, 2018 - 09:10 PM (IST)

इंटरनेशनल डेस्कः भारतीय नौसेना ने मंगलवार को चीन नौसेना के तीन युद्धपोतों के हिंद महासागर क्षेत्र में घुस आने पर मजाकिया अंदाज में छेड़ते हुए हिंद महासागर में  किसी तरह की कारिस्तानी न करने को कहा था। भारतीय नौसेना ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर लिखते हुए कहा कि भारत हिंद महासागर क्षेत्र की निगाहबानी कर रहा है।

इंडियन नेवी के प्रवक्ता ने ट्वीट करते हुए लिखा कि हिंद महासागर क्षेत्र में पीएलए-नेवी की 29वीं एंटी-पाइरेसी एस्कॉर्ट फोर्स का भारतीय नेवी स्वागत करती है। हैप्पी हंटिंग।


इसके कुछ समय बाद भारतीय नौसेना ने एक और ट्वीट करते हुए अपने युद्धपोतों की तैनाती का नक्शा जारी किया। इसमें लिखा, फारस की खाड़ी से मल्लक्का स्ट्रेट और उत्तर बंगाल की खाड़ी से दक्षिणी हिंद महासागर और अफ्रीका के पूर्वी छोर तक अपने इलाके को सुरक्षित रखने के लिए भारतीय नौसेना 50 पोतों के साथ 24 घंटे निगरानी कर रही है। भारतीय नौसेना हर समय, हर जगह।

 


चीन की चाल पर है रक्षा मंत्रालय की नजर
चीनी पीपुल्स लिब्रेशन आर्मी (पीएलए) ने इस पर सफाई देते हुए कहा कि उसकी नौसेना का यह 29वां बेड़ा कथित रूप से असैन्य जहाज की सुरक्षित वापसी के लिए 4 अप्रैल को सोमालिया के पास अदन की खाड़ी के लिए निकला था। रक्षा मंत्रालय अक्सर यही बताता रहा है कि हिंद महासागर में चीन की चाल पर उसने करीब से निगाह बना रखी है। हालांकि यह पहला मौका है जब चीनी नेवी को सीधा संदेश दिया गया हो।

भारतीय नौसेना किसी भी स्थिति से निपटने के लिए सक्षम
नेवी चीफ एडमिरल सुनील लांबा के बाद नौसेना ने यह सख्त रुख अपनाया है। लांबा ने कहा था कि हिंद महासागर में चीनी पनडुब्बियों की तैनाती में इजाफा हुआ है। उन्होंने कहा था कि चीनी पनडुब्बियों की तैनाती और बेस तैयार करने को एंटी-पायरेसी अभियान बताया जा रहा था। उनकी बढ़ती मौजूदगी ने क्षेत्रीय स्थिरता के सामने एक संकट पैदा हो गया है। इसके साथ ही लांबा ने कहा था कि भारतीय नौसेना चीनी नौसेना की बढ़ती सक्रियता और मौजूदगी पर लगातार नजर बनाए हुए है और किसी भी स्थिति से निपटने में पूरी तरह सक्षम है।

नेवी के सूत्रों के मुताबिक, ट्वीट की जानकारी रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण और चीफ एडमिरल सुनील लांबा को थी। जब यह पूछा गया कि क्यों भारतीय नौसेना ने इसका उत्तर दिया तो एक नेवी ऑफिसर ने बताया कि यह हमारा बैकयार्ड है और हम 2008 से लगातार 24*7 घंटे इसकी रखवाली कर रहे हैं।
 

 


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Yaspal

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