तेजी से बढ़ रही ये बीमारी... 10 करोड़ से ज्यादा लोग पीड़ित, बचाव के लिए अपनाएं ये 5 आसान तरीके
punjabkesari.in Friday, Aug 22, 2025 - 02:45 PM (IST)

नेशनल डेस्क: देश में डायबिटीज के मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ रही है। भारत में लगभग 10 करोड़ से अधिक लोग डायबिटीज से प्रभावित हैं, जबकि करीब 15 करोड़ लोग बॉर्डरलाइन पर हैं। जब शरीर में इंसुलिन रजिस्टेंस बढ़ जाता है और ब्लड शुगर लेवल नियंत्रण से बाहर हो जाता है, तब यह गंभीर बीमारी बन जाती है।
विशेषज्ञों का कहना है कि सही समय पर सावधानी बरतकर, दवाओं के साथ जीवनशैली में बदलाव कर डायबिटीज को नियंत्रित किया जा सकता है। डायबिटीज विशेषज्ञों ने बताया है कि शुगर कंट्रोल के लिए खान-पान, एक्सरसाइज, तनाव प्रबंधन और नियमित जांच बेहद जरूरी हैं। साथ ही दवाओं का सही समय पर लेना भी आवश्यक है। आइए जानते हैं डायबिटीज कंट्रोल करने के पांच आसान तरीके:-
कम करें तनाव
तनाव बढ़ने से शरीर में कॉर्टिसोल हार्मोन निकलता है, जो शुगर लेवल को प्रभावित करता है। ध्यान, मेडिटेशन, डीप ब्रीदिंग या हॉबीज से तनाव को कम करना जरूरी है। इससे न केवल शुगर कंट्रोल होगा, बल्कि संपूर्ण स्वास्थ्य भी बेहतर होगा।
नियमित रूप से करें व्यायाम
हर दिन कम से कम 30 मिनट हल्की या मध्यम तीव्रता की एक्सरसाइज जैसे ब्रिस्क वॉक, योगा, साइकलिंग या तैराकी करें। व्यायाम से इंसुलिन सेंसिटिविटी बढ़ती है और शरीर में ग्लूकोज बेहतर तरीके से पहुंचता है, जिससे शुगर कंट्रोल रहता है।
शुगर लेवल की नियमित करें जांच
डायबिटीज नियंत्रण के लिए नियमित ब्लड शुगर जांच आवश्यक है। इससे दवाओं और डाइट में आवश्यक बदलाव किए जा सकते हैं। डॉक्टर की सलाह लेकर नियमित जांच कर रिकॉर्ड रखें।
खान-पान पर दें विशेष ध्यान
डायबिटीज में कम कार्बोहाइड्रेट और अधिक फाइबर युक्त आहार लेना लाभकारी होता है। सब्जियां, फल, साबुत अनाज, दालें और नट्स को अपनी डाइट में शामिल करें। अत्यधिक मीठे और जंक फूड से बचें। खाने में तेल और नमक की मात्रा कम करें और छोटे-छोटे हिस्सों में भोजन करें ताकि ब्लड शुगर नियंत्रित रहे।
दवाओं का सही समय पर करें सेवन
डायबिटीज की दवाएं डॉक्टर की सलाह के अनुसार, सही समय और मात्रा में लें। दवाओं की लापरवाही से शुगर कंट्रोल बिगड़ सकता है। दवा के साथ सही डाइट और एक्सरसाइज दवा के असर को बढ़ाते हैं। कोई साइड इफेक्ट हो तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें। डायबिटीज एक गंभीर बीमारी है, लेकिन सही जीवनशैली अपनाकर इसे प्रभावी रूप से नियंत्रित किया जा सकता है। समय पर सावधानी और नियमित जांच से जटिलताओं को टाला जा सकता है।