राज-उद्धव ठाकरे के राजनीतिक सफर को बयां करती है यह किताब, इस तरह परिवार में आई थी दरार

punjabkesari.in Monday, Sep 16, 2019 - 06:51 PM (IST)

नेशनल डेस्क: राज ठाकरे और उनके चचेरे भाई उद्धव ठाकरे के रिश्तों में आयी दूरियों के बारे में एक नयी पुस्तक आयी है। पत्रकार लेखक धवल कुलकर्णी की किताब ‘‘द कजन्स ठाकरे : उद्धव, राज एंड द शैडो ऑफ सेनाज'' ठाकरे परिवार के इतिहास की गहरी पड़ताल करते हुए शिवसेना अध्यक्ष उद्धव और महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) प्रमुख राज के राजनीतिक सफर का आकलन करेगी । 

 

कुलकर्णी ने कहा कि चचेरे ठाकरे बंधुओं पर आधारित यह पहली किताब है। इसमें ठाकरे परिवार के इतिहास का विस्तृत विवरण और उद्धव तथा राज ठाकरे के बचपन के दिनों और उनकी राजनीतिक यात्रा को बयां की गयी है। राज ने अपने चाचा बाल ठाकरे की तरह की ही राजनीति का रास्ता अपनाया जबकि उद्धव को कुशल रणनीतिकार माना गया जो पार्टी की गतिविधि की रूपरेखा तैयार करते थे। राज और उनके चचेरे भाई उद्धव में बाद के दिनों में मतभेद हो गया। 

 

जनवरी 2006 में अपने चाचा बाल ठाकरे की पार्टी से राज के इस्तीफे के बाद उन्होंने नौ मार्च 2006 को महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना का गठन किया। वर्ष 2009 के विधानसभा चुनाव में मनसे ने 288 में 13 सीटें जीत ली थी लेकिन 2014 के लोकसभा चुनाव में उसके एक भी उम्मीदवार नहीं जीत पाए। भारत, महाराष्ट्र और मुंबई की राजनीति में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले चचेरे ठाकरे भाइयों के अलावा किताब में शिवसेना और इसके बाद मनसे के गठन के लिए तैयार सामाजिक, सांस्कृतिक और आर्थिक पहलुओं पर भी प्रकाश डाला गया है । 


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vasudha

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