Heart Attack Alert: हार्ट अटैक आने का खतरा इन लोगों को है सबसे ज्यादा, एक्सपर्ट्स ने किया खुलासा
punjabkesari.in Monday, Sep 29, 2025 - 11:53 AM (IST)

नेशनल डेस्क: भारत में हार्ट अटैक के मामले, खासकर युवाओं में, तेज़ी से बढ़ रहे हैं। विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के आंकड़ों के अनुसार, हर साल लगभग 1.8 करोड़ लोग दिल की समस्याओं के कारण जान गंवाते हैं। इसका मुख्य कारण हमारी अस्वस्थ जीवनशैली और लगातार बढ़ता तनाव है। लेकिन, किन लोगों को हार्ट अटैक का जोखिम सबसे ज़्यादा होता है और इससे कैसे बचा जा सकता है?
राजीव गांधी हॉस्पिटल के कार्डियोलॉजी विभाग के डॉ. अजीत जैन ने बताया कि कुछ खास तरह के लोगों में हार्ट अटैक का खतरा कई गुना बढ़ जाता है।
किन लोगों को है हार्ट अटैक का सबसे ज़्यादा खतरा?
डॉ. अजीत जैन के अनुसार, हार्ट अटैक का जोखिम बढ़ाने वाले प्रमुख कारक और लोग निम्नलिखित हैं:
➤ उम्रदराज़ लोग: उम्र बढ़ने के साथ ही नसों में फैट जमने लगता है, जिससे रक्त प्रवाह (ब्लड फ्लो) में रुकावट आने की आशंका बढ़ जाती है।
➤ डायबिटीज और हाई ब्लड प्रेशर के मरीज़: इन बीमारियों के कारण दिल पर अतिरिक्त दबाव पड़ता है। लंबे समय तक अनियंत्रित रहने पर ये दिल की मांसपेशियों को कमज़ोर कर देती हैं।
➤ धूम्रपान और शराब का सेवन करने वाले: निकोटीन और अल्कोहल रक्त वाहिकाओं (नसों) को सिकोड़ते हैं, जिससे ब्लड फ्लो बाधित होता है और हार्ट अटैक का खतरा बढ़ता है।
➤ मोटापे से ग्रस्त लोग: शरीर में ज़रूरत से ज़्यादा फैट होने से कोलेस्ट्रॉल और ब्लड प्रेशर का स्तर बढ़ जाता है, जो दिल के लिए बड़ा खतरा है।
➤ परिवार में हार्ट डिजीज का इतिहास: यदि आपके परिवार में किसी को पहले हार्ट की बीमारी हो चुकी है, तो आनुवंशिक (जेनेटिक) कारणों से आपमें भी जोखिम ज़्यादा हो सकता है।
➤ तनावग्रस्त और सुस्त जीवनशैली वाले लोग: लगातार मानसिक तनाव, नींद की कमी, जंक फूड का सेवन और व्यायाम न करना भी दिल की सेहत पर बुरा असर डालते हैं।
हार्ट अटैक से पहले शरीर देता है ये चेतावनी
डॉ. जैन ने बताया कि हार्ट अटैक से पहले शरीर कुछ शुरुआती संकेत देता है, जिन्हें बिल्कुल भी नज़रअंदाज़ नहीं करना चाहिए।
➤ सबसे आम लक्षण: सीने में दबाव या जकड़न महसूस होना।
➤ दर्द का फैलाव: यह दर्द अक्सर बाएँ हाथ, गर्दन या जबड़े में फैल सकता है।
➤ अन्य संकेत: सांस फूलना, असामान्य रूप से पसीना आना और चक्कर आना।
➤ महिलाओं में अलग लक्षण: महिलाओं में कभी-कभी पीठ या पेट में दर्द, मतली (उल्टी जैसा महसूस होना) और अत्यधिक थकान जैसे लक्षण हो सकते हैं, जिन्हें अक्सर एसिडिटी या गैस समझ लिया जाता है।
यदि ये लक्षण दिखें, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें। जल्दी पहचान जान बचा सकती है।
कैसे करें बचाव और रखें दिल को सेहतमंद
हार्ट अटैक के जोखिम को कम करने के लिए इन बातों का ध्यान रखें:
➤ रोज़ाना व्यायाम: कम से कम 30 मिनट की वॉक या कोई भी एक्सरसाइज ज़रूर करें।
➤ स्वस्थ आहार: कम फैट वाली और संतुलित डाइट लें। जंक फूड से बचें।
➤ बुरी आदतों से दूरी: धूम्रपान और शराब का सेवन पूरी तरह बंद कर दें।
➤ नियमित जांच: अपने ब्लड प्रेशर, शुगर और कोलेस्ट्रॉल की नियमित रूप से जाँच कराएँ।
➤ तनाव प्रबंधन: तनाव कम करने के लिए योग और मेडिटेशन करें और पर्याप्त नींद लें।
➤ नियमित चेकअप: यदि परिवार में हार्ट डिजीज का इतिहास है, तो नियमित रूप से अपने दिल की जाँच कराते रहें।