Nasal Cancer Awareness: नाक में कैंसर के होते हैं ये 10 शुरुआती लक्षण, इन लोगों को है ज्यादा खतरा
punjabkesari.in Tuesday, Dec 23, 2025 - 06:35 PM (IST)
नेशनल डेस्क : अगर आपको अक्सर नाक में दर्द, जाम रहने या एक ही तरफ परेशानी महसूस होती है, तो इसे हल्के में लेना खतरनाक हो सकता है। यह लक्षण नाक के कैंसर जैसी दुर्लभ लेकिन गंभीर बीमारी की ओर इशारा कर सकते हैं। हाल के वर्षों में नाक और साइनस से जुड़े कैंसर के मामलों में बढ़ोतरी देखी गई है। चौंकाने वाली बात यह है कि यह बीमारी महिलाओं की तुलना में पुरुषों में अधिक पाई जाती है। अमेरिकन कैंसर सोसाइटी के अनुसार, पुरुषों में नाक से जुड़ा कैंसर होने का खतरा महिलाओं के मुकाबले लगभग दोगुना होता है। ऐसे में इस बीमारी के बारे में सही जानकारी और समय पर पहचान बेहद जरूरी हो जाती है।
क्या होता है नाक का कैंसर?
नाक का कैंसर तब होता है, जब नाक की गुहा (नैसल कैविटी) या उसके आसपास मौजूद पैरानैसल साइनस में असामान्य कोशिकाएं अनियंत्रित रूप से बढ़ने लगती हैं। यह हेड और नेक कैंसर की एक दुर्लभ श्रेणी में आता है। यह कैंसर आमतौर पर नाक के पीछे के हिस्से या चेहरे की हड्डियों में मौजूद साइनस से शुरू होता है।
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किन लोगों में ज्यादा रहता है खतरा?
कुछ खास पेशों से जुड़े लोगों में नाक के कैंसर का खतरा अधिक पाया गया है, क्योंकि उन्हें लंबे समय तक हानिकारक कणों और रसायनों के संपर्क में रहना पड़ता है। इनमें शामिल हैं—
- लकड़ी का बुरादा (कारपेंट्री का काम)
- कपड़ा उद्योग की धूल
- चमड़े और आटे की धूल
- निकेल और क्रोमियम जैसे धातु कण
- मस्टर्ड गैस और रेडियम
इसके अलावा धूम्रपान, HPV संक्रमण, आनुवंशिक बीमारियां, गोरी त्वचा, पुरुष होना और 55 वर्ष से अधिक उम्र भी जोखिम को बढ़ा सकते हैं।
नाक के कैंसर के शुरुआती लक्षण क्या हैं?
नाक के कैंसर के लक्षण अक्सर चेहरे या नाक के एक ही हिस्से में दिखाई देते हैं। आम लक्षण इस प्रकार हो सकते हैं—
- नाक का लगातार बंद रहना
- बार-बार नाक से खून आना
- नाक से पस जैसा स्राव
- आंखों के ऊपर या नीचे दर्द
- चेहरे या दांतों में सुन्नपन
- आंखों से लगातार पानी आना
- देखने में बदलाव
- कान में दर्द या दबाव महसूस होना
- नाक, तालू या चेहरे के अंदर गांठ बनना
- नाक का लगातार जाम रहना
नाक के कैंसर की जांच कैसे होती है?
शुरुआत में डॉक्टर लक्षणों और शारीरिक जांच के आधार पर बीमारी का संदेह करते हैं। इसके बाद मरीज को ईएनटी विशेषज्ञ के पास भेजा जाता है। पुष्टि के लिए एक्स-रे, सीटी स्कैन, एमआरआई, पीईटी स्कैन और बायोप्सी जैसी जांच की जाती हैं, जिससे कैंसर की स्थिति और स्टेज का पता लगाया जा सके।
नाक के कैंसर का इलाज क्या है?
नाक के कैंसर का इलाज उसकी गंभीरता और स्टेज पर निर्भर करता है। इसके लिए सर्जरी, रेडिएशन थेरेपी, कीमोथेरेपी, इम्यूनोथेरेपी और टार्गेटेड थेरेपी का सहारा लिया जाता है। आंकड़ों के अनुसार, सभी स्टेज को मिलाकर नाक के कैंसर में 5 साल की सर्वाइवल रेट करीब 61 प्रतिशत है।
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क्या नाक के कैंसर से बचाव संभव है?
हालांकि हर मामले में नाक के कैंसर से बचाव संभव नहीं है, लेकिन जोखिम को काफी हद तक कम किया जा सकता है। इसके लिए धूम्रपान से दूरी, हानिकारक रसायनों से बचाव और कार्यस्थल पर सुरक्षा उपकरणों का इस्तेमाल जरूरी है। समय पर जांच और सतर्कता इस बीमारी से बचाव में अहम भूमिका निभा सकती है।
