प्रसव से पहले अस्पताल ने मांगे शादी के सबूत, नवजात की मौत

punjabkesari.in Thursday, May 26, 2016 - 11:27 PM (IST)

अहमदाबाद: गुजरात के अहमदाबाद में एक सरकारी अस्पताल का एक अमानवीय चेहरा सामने आया है। प्रसव पीड़ा से कराह रही महिला को अस्पताल में भर्ती कराने के लिए विवाह के सबूत मांगे जा रहे थे। इस दौरान महिला का फुटपाथ पर ही प्रसव हो गया, और थोड़ी देर बाद उसके बच्चे की मौत हो गई। पीड़ित महिला के परिजनों ने अस्पताल प्रशासन पर आरोप लगाया कि विवाह का सबूत पर उसे भर्ती नहीं कराया गया। 
 
बुधवार को आशाबेन को प्रसव पीड़ा होने के बाद भाई राकेश ऑटो से रुक्मणीबेन अस्पताल लाया था। हालांकि, अस्पताल प्रशासन ने इससे मना कर दिया। उनका कहना है कि छह माह की गर्भवती आशाबेन बारिया ने खोखरा स्थित रुक्मणीबेन सरकारी अस्पताल के बाहर फुटपाथ पर अपने बच्चे को जन्म दिया। डॉक्टरों ने अस्पताल में समय-पूर्व जन्म लेने वाले शिशु की देखभाल के लिए इन्क्यूबेटर नहीं होने के कारण उसे दूसरे अस्पताल में जाने को कहा था लेकिन, आशाबेन के भाई का आरोप है कि उनकी बहन के पास विवाह का साक्ष्य नहीं होने के कारण अस्पताल में भर्ती नहीं किया गया। उसका कहना है, डॉक्टरों ने मुझसे मेरी बहन के विवाह का साक्ष्य मांगा। मैंने उनसे कहा कि यह इमरजेंसी है, लेकिन उन्होंने नहीं सुना और हमें जाने को कहा।
 
राकेश ने कहा, हम उसे दूसरे अस्पताल ले जाने के लिए एबुलेंस का इंतजार कर रहे थे। उसी दौरान मेरी बहन ने फुटपाथ पर बच्चे को जन्म दे दिया। बच्चे की तुरंत की मौत हो गई। अस्पताल के चिकित्सा अधिकारी आरएच वघाशिया ने कहा, वह छह माह की गर्भवती थी, बच्चे को जन्म देने वाली थी, हमारे पास प्री-मैच्योर शिशु के लिए इन्क्यूबेटर नहीं है, मैंने उसे तुरंत मणिनगर स्थित एलजी अस्पताल जाने को कहा, जहां सुविधा उपलब्ध है, लेकिन उनके वहां पहुंचने से पहले महिला ने सड़क पर बच्चे को जन्म दिया। हालांकि इस मामले में कोई रिर्पोट दर्ज नहीं की गई है।

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