किसान ने बैंक के गेट के सामने ही मौत को लगाया गले, अपने ही पैसों के लिए चक्कर काटकर हो गया था परेशान
punjabkesari.in Thursday, Jun 19, 2025 - 06:07 PM (IST)

नेशनल डेस्क: महाराष्ट्र के बीड जिले से एक बेहद दुखद और झकझोर देने वाली घटना सामने आई है, जिसने पूरे इलाके में सनसनी फैला दी है। यहां एक किसान ने बैंक से अपने ही पैसे न मिल पाने के कारण निराशा में आकर छत्रपति मल्टीस्टेट बैंक की शाखा के दरवाज़े पर ही फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। मृतक की पहचान सुरेश आत्माराम जाधव (गेवराई) के रूप में हुई है।
बेटी की पढ़ाई और शादी के पैसे नहीं मिले
जानकारी के अनुसार, सुरेश जाधव ने अपनी खेत की कमाई से 11 लाख रुपए छत्रपति मल्टीस्टेट बैंक में जमा कर रखे थे। यह बड़ी राशि उन्होंने अपनी बेटी की पढ़ाई और उसकी शादी के खर्चों के लिए बचाई थी। लेकिन, जब उन्हें इन पैसों की सख्त ज़रूरत पड़ी, तो बैंक शाखा के कई चक्कर लगाने के बावजूद उन्हें अपने पैसे नहीं मिल पाए। लगातार मानसिक तनाव और हताशा से ग्रस्त होकर सुरेश जाधव ने बुधवार सुबह बैंक के दरवाज़े पर ही फांसी लगाकर अपनी जिंदगी खत्म कर ली।
सुसाइड से पहले बैंक मैनेजर और डायरेक्टर को भेजा भावुक संदेश
आत्महत्या करने से पहले, सुरेश जाधव ने बैंक की ब्रांच मैनेजर ज्योति क्षीरसागर को वॉट्सऐप पर एक बेहद भावुक संदेश भेजा। उसमें उन्होंने लिखा, "मेरे बेटे की पढ़ाई बर्बाद करने के लिए धन्यवाद… किसी को ऐसा अंत न देखने दें।" यह संदेश उन्होंने बैंक के डायरेक्टर संतोष भंडारी को भी भेजा था, जिससे स्पष्ट होता है कि वे अपनी परेशानी के लिए किसे जिम्मेदार मान रहे थे।
इस घटना के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा। सुरेश जाधव की पत्नी और बेटी ने मल्टीस्टेट बैंक के संचालकों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है। पीड़ित परिवार का कहना है कि उनके साथ वित्तीय अन्याय हुआ, जिसके कारण सुरेश को यह घातक निर्णय लेना पड़ा।
पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू की
स्थानीय लोगों और सामाजिक कार्यकर्ताओं ने भी इस घटना पर गहरा रोष जताते हुए प्रशासन से मृतक के परिवार को न्याय दिलाने की मांग की है। वहीं, पुलिस ने बैंक के ब्रांच मैनेजर और डायरेक्टर्स के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है और मामले की गहन जांच शुरू कर दी है। इस घटना ने एक बार फिर बैंकों की कार्यप्रणाली और आम जनता की ज़रूरतों को लेकर सवाल खड़े कर दिए हैं।