ऐसा लगता है जैसे जीवन धन्य हो गया है: राम जन्मभूमि आंदोलन के दौरान मारे गए कारसेवकों का परिवार
punjabkesari.in Thursday, Jan 18, 2024 - 06:50 AM (IST)

कोलकाताः राम मंदिर के उद्घाटन में बमुश्किल एक सप्ताह का समय बचा है और 34 साल पहले अयोध्या में राम जन्मभूमि स्थल पर पुलिस गोलीबारी में जान गंवाने वाले कोलकाता के कारसेवकों के परिवार के सदस्यों को अब जाकर दीवाली और होली जैसे त्योहारों की खुशी का अहसास हो रहा है। उत्तर प्रदेश के अयोध्या में राम जन्मभूमि स्थल पर 1990 में कारसेवा के दौरान पुलिस गोलीबारी में राम कोठारी (22) और शरद कोठारी (20) नामक भाइयों की असामयिक मृत्यु हो गई थी।
इस महत्वपूर्ण अवसर पर कोठारी बंधुओं की बड़ी बहन पूर्णिमा ने अपनी भावनाओं को साझा करते हुए मीडिया से कहा, ‘‘हमारा पूरा परिवार बहुत खुश है। मेरे भाइयों के निधन के बाद से 1992 से मैंने अयोध्या की वार्षिक तीर्थयात्रा की है और अपने दिवंगत भाइयों के करीबी मुद्दे ‘राम जन्मभूमि आंदोलन' के लिए प्रार्थना की है। मुझे विश्वास है कि मेरे भाइयों की आत्माओं को अब शांति मिलेगी। ये हम सभी के लिए दूसरी दिवाली और होली के अनुभव जैसा है।''
पूर्णिमा के अनुसार उनके भाई मध्य कोलकाता के बड़ाबाजार में अपने आवास के पास राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) की शाखा में नियमित रूप से शामिल होते थे। उन्होंने पुष्टि की, ‘‘उनके भाई कार सेवा के लिए विश्व हिंदू परिषद के आह्वान पर अयोध्या चले गए। उन्होंने एक नेक काम के लिए अपने जीवन का बलिदान दिया। मुझे अपने भाइयों पर बेहद गर्व है।'' विश्व हिंदू परिषद द्वारा निमंत्रण मिलने पर पूर्णिमा और उनका परिवार पहले ही अयोध्या पहुंच चुका है।