नहीं पहुंची एम्बुलेंस! परिजनों ने गर्भवती को खाट पर लिटाकर पार कराई उफनती नदी, पहुंचाया अस्पताल

punjabkesari.in Monday, Aug 26, 2024 - 02:23 PM (IST)

नेशनल डेस्क: छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले के संवेदनशील इलाके में एक ऐसा हैरतअंगेज मामला सामने आया है। जहां एक गर्भवती महिला को उसके परिवार वाले उफनती नदी के बीच चारपाई पर लादकर अस्पताल पहुंचाया।

ग्राम के प्रमुख बुदरू मंडावी ने बताया कि गंगालुर थाने के रेटी और कामकानार गांव बीच नदी में स्थित है। जहां कामानार की महिला रैनी मंडावी को प्रसव के लिए अस्पताल पहुंचाना था। परिजनों ने मदद के लिए स्वास्थ्य विभाग में फोन भी किया परंतु किसी कारणवश बचाव दल समय पर नहीं पहुंच पाया। महिला प्रसव पीड़ा से विचलित थी बाद में महिला के पति व उनके परिवार वाले गर्भवती महिला को सोमवार को चारपाई में लाद कर नदी पार कराया। इसके बाद उसे नजदीक के सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र ग्राम रेडी में उपचार के लिए भर्ती कराया गया। इस इलाके में बारिश की वजह से नदी-नाले उफान पर हैं। महिला के पति सोना राम मंडावी ने बताया कि उसकी पत्नि रैना अभी स्वस्थ है।

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सिद्धू मूसेवाला के माता-पिता द्वारा IVF अपनाने के बाद बढ़े केस, 30 महीनों में दर्ज किए गए इतने हजार मामले

पिछले 30 महीनों में पंजाब के 15 जिलों में कुल 38,114 इन-विट्रो फर्टिलाइजेशन (IVF) के मामले रिपोर्ट किए गए हैं। यह आंकड़े उन मामलों के हैं, जिनकी शुरुआत 25 जनवरी 2022 को हुए ART (आर्टिफिशियल रिप्रोडक्शन टेक्नोलॉजी) एक्ट, 2021 और सरोगेसी रेगुलेशन एक्ट, 2021 के लागू होने के बाद की है। यह जानकारी आरटीआई एक्ट के तहत प्राप्त की गई है।


पंजाबी गायक और रैपर सिद्धू मूसे वाला के माता-पिता द्वारा मार्च में IVF के जरिए बेटे के जन्म के बाद इस तकनीक पर ध्यान केंद्रित हुआ है। सवाल उठ रहे हैं कि क्या मूसे वाला की मां इस विधि के लिए कानूनी रूप से पात्र थीं, क्योंकि कानून के तहत ART उपचार के लिए महिला और पुरुष की उम्र की सीमा 50 और 55 वर्ष निर्धारित की गई है।


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Harman Kaur

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