6 लोगों की मौत से मचा हड़कंप, दो किशोरों की हत्या के बाद किसान ने खुद को परिवार समेत लगाई आग
punjabkesari.in Friday, Oct 03, 2025 - 10:56 PM (IST)

नेशनल डेस्कः उत्तर प्रदेश के बहराइच में एक घर में आग लगने से एक परिवार के चार लोगों के अलावा दो अन्य किशोरों के मृत पाए जाने के एक दिन बाद शुक्रवार को पुलिस सूत्रों ने बताया कि इस मामले में एक प्राथमिकी दर्ज की गई है, जिसमें मृतक गृहस्वामी को दो किशोरों की हत्या का आरोपी बनाया गया है। उन्होंने बताया कि किसान विजय कुमार मौर्य ने बुधवार को टेपरहा गांव स्थित अपने घर में पहले दो किशोर लड़कों की गला रेतकर हत्या की, इसके बाद उसने और उसके परिवार ने खुद को दूसरे कमरे में बंद कर लिया और आग लगा ली।
गुरुवार को छह शवों का उनके परिवारों द्वारा दो अलग-अलग स्थानों पर अंतिम संस्कार किया गया। प्राथमिकी की एक प्रति मीडिया के पास है। यह प्राथमिकी मारे गए किशोरों में से एक के चाचा हीरालाल द्वारा दर्ज कराई गई शिकायत पर आधारित है। रामगांव पुलिस थाने में दर्ज कराई गई अपनी शिकायत में हीरालाल ने आरोप लगाया कि बुधवार सुबह करीब 8.30 बजे विजय ने अपने भतीजे सनी वर्मा (14) और सूरज यादव (15) को खेत से लहसुन लाने के लिए अपने घर बुलाया।
शिकायत में कहा गया है, ‘‘घर के अंदर, विजय ने सनी और सूरज की गला रेतकर हत्या कर दी। इसके बाद, विजय मौर्या (46) और उसकी पत्नी धीरज कुमारी (44) तथा उनकी दो बेटियों प्रियांशी (10) और रियांशी (8) ने खुद को चार मवेशियों के साथ एक दूसरे कमरे में बंद कर लिया और घर में आग लगाकर आत्महत्या कर ली।''
शिकायत में कहा गया है कि घर से धुआं देखकर ग्रामीणों ने दरवाजा तोड़ा तो एक कमरे में सनी और सूरज के क्षत-विक्षत शव मिले और दूसरे कमरे में विजय, उसकी पत्नी, बेटियों और मवेशियों के जले हुए शव पाए गए। प्राथमिकी में सात अन्य लोगों के भी नाम हैं। इनमें जितेंद्र, बलराम, श्रीभगवान और बहादुर, और बहादुर के तीन बेटे श्रवण, गुड्डू और मनोज के नाम शामिल हैं। हीरालाल ने आरोप लगाया कि जब उनके परिवार के सदस्य वहां पहुंचे और विजय के पड़ोसियों से घटना के बारे में पूछा, तो उन्होंने आक्रामक तरीके से जवाब दिया।
हीरालाल की शिकायत में कहा गया है, ‘‘जब हमने उनसे पूछा कि उनके बिना जाने-समझे इतनी बड़ी घटना उनके पड़ोस में कैसे हो सकती है, तो उन्होंने हम पर ईंट-पत्थरों से हमला कर दिया। विजय के भाई अजय ने हमें गालियां दीं।'' भारतीय न्याय संहिता की संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है। घटना के तुरंत बाद बुधवार को पुलिस महानिरीक्षक (देवीपाटन संभाग) अमित पाठक ने कहा था कि मौतों का सही कारण पोस्टमार्टम रिपोर्ट से ही पता चलेगा, लेकिन प्रारंभिक साक्ष्य एक व्यक्ति द्वारा सुनियोजित साजिश रचने का संकेत देते हैं।
आईजी पाठक ने कहा, ‘‘जले हुए पाए गए चार शव घर के मालिक, उनकी पत्नी और दो बेटियों के थे। लहसुन की कटाई के लिए बुलाए गए लड़कों के दो शवों पर धारदार हथियारों से किये गए हमले के घाव थे।'' पुलिस ने पोस्टमार्टम रिपोर्ट का खुलासा नहीं किया है और ना ही मामले की जांच में जुटीं चार टीमों के निष्कर्षों की पुष्टि की है।