बिलकिस बानो के गुनहगारों को मजबूरी में छोड़ना पड़ा घर, परिजन बोले- जानबूझ फंसाने की साजिश
punjabkesari.in Thursday, Sep 08, 2022 - 04:34 PM (IST)

नेशनल डेस्क : गुजरात में गोंधरा कांड के बाद साल 2002 में बिलकिस बानो के साथ हुए दुष्कर्म मामले में 11 दोषियों को उम्रकैद की सजा सुनाई गई थी। सभी दोषियों को रिहा कर दिया गया है। गुजरात सरकार ने अपनी क्षमा नीति के तहत इनकी रिहाई की मंजूरी दी हैं।
इन आरोपियों को जेल से तो आजादी मिल गई, मगर गांव में उनके परिवार के साथ अभी भी दोषियों जैसा ही सलूक हो रहा है। दोषियों के गांव के लोग उन्हें परेशान कर रहे है कि आरोपियों में से ज्यादातर ने अपना घर ही छोड़ दिया है।
दोषियों के परिवार के सदस्यों और पड़ोसियों से बात करके यह जानने की कोशिश की गर्भवती बिलकिस बानो के साथ दुष्कर्म और उसके परिजनों की हत्या के दोषी पाए गए 11 लोगों की रिहाई के बाद आखिर उनकी जिंदगी किस तरह से बदली है।
मिली जानकारी के अनुसार बताया जा रहा है कि आरोपी शैलेश भट्ट और मितेश भट्ट के घर का दरवाजा बंद था। 63 वर्षीय शैलेश भट्ट ने दावा किया था कि जब उसे बिलकिस बानो केस में गिरफ्तार किया गया था उस वक्त वह भाजपा में एक स्थानीय पदाधिकारी था, पड़ोसियों ने बताया कि शैलेश भट्ट और मितेश भट्ट घर पर मौजूद नहीं है।
जानबूझ कर फंसाने की कर रहे कोशिश
मांगलीबेन ने बताया, जब से मेरे पति जेल से बाहर आए हैं तब से वे लोग (मुस्लिम समुदाय) उनके और परिवार के सदस्यों से पीछे पड़ गए हैं। अगर परिवार के सदस्य बाजार जाते हैं या घर के बाहर बैठते हैं तो वे तस्वीरें लेने लगते हैं और वीडियो बनाने लगते हैं। मांगलीबेन ने बताया कि उन्होंने धमकी दी कि वे हमारे लोगों को बलात्कार, छेड़छाड़ और रोड रेज के झूठे मामलों में फंसाएंगे।