अमरनाथ यात्रा के शुरु हुई ऑफलाइन रजिस्ट्रेशन, भक्त बोले- आतंकवादी चाहे कुछ भी करें, हमें कोई फर्क नहीं पड़ेगा

punjabkesari.in Monday, Jun 30, 2025 - 12:52 PM (IST)

नेशनल डेस्क: बाबा अमरनाथ की पवित्र गुफा के दर्शनों के लिए भक्तों का इंतजार अब खत्म होने वाला है। 3 जुलाई,2025 से शुरू होने वाली अमरनाथ यात्रा के लिए ऑफलाइन रजिस्ट्रेशन सोमवार (30 जून) से शुरू हो गया है। जम्मू में बनाए गए विशेष केंद्रों पर पहले दिन ही बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुंचे,जिनमें जबरदस्त उत्साह देखने को मिल रहा है। प्रशासन ने यात्रियों की सुरक्षा के लिए बहुस्तरीय सुरक्षा योजना बनाई है,जिसमें CRPF की विशेष भूमिका है।

भक्तों का जोश हाई,नहीं है कोई डर

यात्रा पर जाने के लिए आए भक्तों में गजब का जोश है। पहलगाम में हुए हमलों के डर पर एक श्रद्धालु ने कहा,"इस बार लोग बहुत उत्साहित हैं,कोई डर नहीं है। व्यवस्थाएं बहुत अच्छी हैं और प्रशासन हमारे साथ है।"एक अन्य श्रद्धालु ने कहा,"आप लोगों में उत्साह देख सकते हैं। मुझे अमरनाथ में पूरी आस्था है। आतंकवादी चाहे कुछ भी करें,हमें कोई फर्क नहीं पड़ेगा। मैं सभी लोगों से अपील करता हूं कि वे जम्मू-कश्मीर आएं,ताकि हमारी सेना और सरकार यह कह सकें कि हम उनकी हरकतों से प्रभावित नहीं हैं।"

CRPF की चाक-चौबंद सुरक्षा

CRPF ने अमरनाथ यात्रा के लिए तीर्थयात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग (NH-44)पर एक मजबूत और बहुस्तरीय सुरक्षा योजना शुरू की है। यह राजमार्ग हजारों तीर्थयात्रियों के लिए मुख्य रास्तों में से एक है। CRPF ने निगरानी बढ़ा दी है,राजमार्ग पर अपने कर्मियों के साथ K-9 (डॉग) दस्ते भी तैनात किए हैं। उधमपुर सेक्टर जैसे संवेदनशील इलाकों पर खास ध्यान दिया जा रहा है और राजमार्ग पर गश्त को भी मजबूत किया गया है।

रजिस्ट्रेशन के लिए विशेष केंद्र

जम्मू दक्षिण के एसडीएम मनु हंसा ने बताया,"हम यहां सभी अमरनाथ भक्तों का स्वागत करते हैं। हमने सरस्वती धाम में एक टोकन सेंटर शुरू किया है। यह जम्मू का एकमात्र टोकन सेंटर है,जो बालटाल और पहलगाम दोनों मार्गों के लिए टोकन जारी करता है। पंजीकरण के लिए हमने कुल 3 केंद्र बनाए हैं और बालटाल व पहलगाम मार्गों के लिए 6-6 टोकन काउंटर भी बनाए गए हैं।"यह सुनिश्चित किया जा रहा है कि रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया सुचारू रूप से चले और भक्तों को कोई परेशानी न हो।

2 जुलाई को रवाना होगा पहला जत्था

तीर्थयात्रियों का पहला जत्था 2 जुलाई, 2025 को जम्मू आधार शिविर से रवाना किया जाएगा। जबकि यात्रा आधिकारिक तौर पर 3 जुलाई, 2025 को बालटाल और पहलगाम दोनों मार्गों से शुरू होगी। यात्रा की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए रविवार को जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग पर समरोली, टोल्डी नाला में एक संयुक्त मॉक भूस्खलन अभ्यास आयोजित किया गया था। इसमें भारतीय सेना, CRPF, जम्मू और कश्मीर पुलिस और जेकेएसडीआरएफ ने भाग लिया। इस अभ्यास का मकसद यात्रा के दौरान भूस्खलन या किसी भी प्राकृतिक आपदा की स्थिति में आपातकालीन तैयारियों का आकलन करना था। सिमुलेशन में फंसे हुए वाहनों को बचाना और घायल तीर्थयात्रियों को तत्काल सहायता प्रदान करना शामिल था,जिससे सुरक्षा और आपदा प्रतिक्रिया दल की तैयारियों की जांच हो सके।

 


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News Editor

Radhika

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