ओवरलोड वाहनों को रोकने में नाकाम हुआ प्रशासन, कुछ महीनों में टूट कर बर्बाद हुई सवा करोड़ की सड़क

punjabkesari.in Sunday, Nov 27, 2016 - 10:06 AM (IST)

रायपुररानी (संजय): सरकारी विभागों की नाकामी के चलते अढ़ाई महीने पहले सवा करोड़ रुपए की बनी सड़क टूट कर बर्बाद हो गई। इस पर आम लोगों की आवाजाही तक प्रभावित हो रही है। प्यारेवाला से भूड़ गांव के लिए 2.5 किमी लंबी सड़क का पी.डब्ल्यू.डी. विभाग ने नवीनीकरण किया, लेकिन माइनिंग के ओवरलोड़ टिप्परों ने मंडलाये में माइनिंग शुरू होने के बाद उस सड़क पर भारी वाहनों को दौड़ाना शुरू कर दिया और सड़क पूरी तरह से टूट गई। सड़क बनाने वाले ठेकेदार की सड़क टूटने पर ठीक करने और मुरम्मत की 4 साल की गारंटी थी, जिसको लेकर ठेकेदार ने भी विभाग को लिखकर दे दिया कि मेरी गारंटी को खत्म किया जाए, क्योंकि सड़क 10 टन वाहन लोड के लिए बनी है, लेकिन सड़क से 45 टन भारी वाहन दौड़ रहे हैं। 

 

मेरा गारंटी पीरियड किया जाए खत्म  
पी.डब्ल्यू.डी. विभाग ने प्यारेवाला-भूड़ अढ़ाई कि.मी. लंबी सड़क को ऊंचा उठाकर 10 टन वजन की कैपासिटी से बनाया है, लेकिन सवा करोड़ की इस सड़क का लोगों को एक पैसे का फायदा नहीं पहुंचा। जैसे ही सड़क बनी तो उसी दौरान मंडलाये जोन की माइनिंग खुल गई और नई सड़क पर 45 टन ओवर लोड टिप्पर दौडऩे शुरू हो गए।  अब सड़क से आम लोग नहीं गुजर सकते, क्योंकि सड़क जगह-जगह से धंस चुकी  है और ओवरलोड वाहनों को प्रशासन भी रोकने में नाकाम साबित हुआ है। इसी सुरत में सड़क बनाने वाले ठेकेदार ने पीडब्लयूडी विभाग को लिखकर दे दिया कि उसका सड़क गारंटी का 4 साल का पीरियड खत्म किया जाए। अब ठेकेदार सड़क मुरम्मत से हाथ खींच रहा है तो फिर का लोगों को फायदा कैसे पहुंचेगा। क्या सड़क केवल माइनिंग के टिप्पर चलाने के लिए बनाई गई है? 


लिखे पत्र का नहीं हुआ कोई असर 
सवा करोड़ की सड़क बनाने वाले पी.डब्ल्यू.डी. विभाग ने सड़क बनने के 3 महीने के भीतर ही टूटने को गंभीरता से लेते हुए मामले को लेकर डी.सी., पुलिस, आर.टी.ए. और माइनिंग विभाग को लैटर लिखा कि सड़क पर ओवरलोड वाहन दौड़ रहे हैं और नई बनाई सड़क टूट चुकी है लेकिन पीडब्लयूडी विभाग की किसी ने नहीं सुनी। सिके चलते अब विभाग के पास सड़क को बचाने का कोई चारा भी नहीं बचा है। ठेकेदार भी सड़क की रिपेयर से हाथ खड़े कर गया है। 


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