Pahalgam Terrorist attack: कौन था पहलगाम हमले का मास्टरमाइंड? LG मनोज सिन्हा ने खोले पाकिस्तान की साजिश के राज
punjabkesari.in Tuesday, Jul 15, 2025 - 10:21 AM (IST)

नेशनल डेस्क: 22 अप्रैल 2025 को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम की बैसरन घाटी में हुए आतंकी हमले को लेकर अब उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने एक बड़ा और साफ़-सुथरा बयान दिया है। इंटरव्यू में एलजी ने न केवल इस घटना की पूरी जिम्मेदारी ली, बल्कि माना कि सुरक्षा व्यवस्था में गंभीर चूक हुई थी। उन्होंने इस हमले को पाकिस्तान प्रायोजित आतंकी साजिश करार दिया, जिसका मकसद था- कश्मीर में शांति को भंग करना और सांप्रदायिक तनाव फैलाना।
देश की आत्मा पर हमला था : LG मनोज सिन्हा
एलजी सिन्हा ने इस हमले को “भारत की आत्मा पर हमला” बताते हुए कहा कि यह एक खुला मैदान था, जहां पर स्थायी सुरक्षा व्यवस्था नहीं थी। उन्होंने यह भी कहा कि आम धारणा के विपरीत, अब आतंकी पर्यटकों को भी अपना निशाना बना रहे हैं, जो कि बेहद चिंताजनक है।
हमले में स्थानीय सहयोग की भी जांच
एलजी सिन्हा के मुताबिक, इस हमले में स्थानीय सहयोगियों की भूमिका से भी इनकार नहीं किया जा सकता। इस मामले में NIA ने कुछ गिरफ्तारियां की हैं, जिनसे संकेत मिलता है कि आतंकी नेटवर्क आंतरिक संपर्क भी बना रहा है। हालांकि, उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि इससे यह निष्कर्ष नहीं निकाला जाना चाहिए कि पूरी सुरक्षा व्यवस्था विफल हो गई है।
ऑपरेशन सिंदूर: आतंकवाद के खिलाफ सख्त रणनीति
मनोज सिन्हा ने खुलासा किया कि भारत ने इस हमले के बाद "ऑपरेशन सिंदूर" के ज़रिए पाकिस्तान को करारा जवाब दिया है। भारत की सेना ने न केवल सीमा पार आतंकी लॉन्चपैड्स को निशाना बनाया, बल्कि यह भी स्पष्ट कर दिया कि अब कोई भी आतंकी हमला “युद्ध जैसी प्रतिक्रिया” को आमंत्रित करेगा। उन्होंने कहा, “हमारी सेना ने पाकिस्तान के एयरबेस तक तबाह कर दिए, ताकि उन्हें साफ़ संदेश मिले — अब भारत चुप नहीं बैठेगा ।”
घट रही है आतंकी भर्ती, जनता का बदलता मूड
एलजी सिन्हा के अनुसार, स्थानीय स्तर पर आतंकी संगठनों की भर्ती में भारी गिरावट दर्ज की गई है। जहां पहले हर साल 150-200 आतंकी घटनाएं होती थीं, वहीं इस साल अब तक केवल एक घटना सामने आई है। उन्होंने कहा कि कश्मीर की आम जनता अब आतंकवाद को नकार रही है और इसकी खुलकर आलोचना कर रही है।
पर्यटन और विकास पर हमले का उद्देश्य
इस हमले का उद्देश्य केवल जान-माल का नुकसान नहीं था, बल्कि कश्मीर की तरक्की पर ब्रेक लगाना था। पिछले पांच वर्षों में राज्य की आर्थिक विकास दर दोगुनी हुई है और पर्यटकों की संख्या लगातार बढ़ रही थी। एलजी सिन्हा ने बताया कि अमरनाथ यात्रा का सफल आयोजन आतंकियों के लिए एक स्पष्ट संदेश है कि कश्मीर अब अंधकार की ओर नहीं, प्रगति की दिशा में बढ़ रहा है।
पर्यटन स्थलों की सुरक्षा होगी और मजबूत
हमले के बाद पहलगाम सहित कई पर्यटन स्थलों पर सुरक्षा सख्त कर दी गई है। एलजी ने कहा कि अब सभी बड़े पर्यटन स्थलों के लिए अलग-अलग सुरक्षा योजनाएं तैयार की जाएंगी। इन जगहों को फिर से खोला जाएगा, लेकिन AI निगरानी, डिजिटल ट्रैकिंग और रणनीतिक फोर्स तैनाती के साथ।