करोड़ो रुपए की लागत से बनेगा टैलीमैडीसिन संस्थान

punjabkesari.in Thursday, Dec 01, 2016 - 11:23 AM (IST)

चंडीगढ़ (रवि): पी.जी.आई. की महत्वाकांक्षी योजना राष्ट्रीय टैलीमैडिसिन संस्थान शुरू होने को तैयार है। ये योजना पर 100 करोड़ रुपए की लागत आने का अनुमान है। प्रोफैसर डॉ. मीनू सिंह ने बताया कि ये सैंटर पी.जी.आई. में राष्ट्रीय टैलीमैडीसिन एजैंसी के तौर पर काम रहा था। अब इसे बड़ा करते हुए इसे राष्ट्रीय टैलीमैडीसिन संस्थान बना दिया जाएगा। डॉ. सिंह ने बताया कि संस्थान के लिए तुलसी दास लाइब्रेरी की जगह को सुनिश्चित किया गया है। इसके अलावा और जगह की जरूरत पड़ेगी, जिसे जल्द ही फाइनल कर दिया जाएगा। साथ ही उन्होंने बताया कि इस संस्थान में टैली कॉसीड्रेशन, टैली एजुकेशन, टैली एवीडैंस और एम हैल्थ पर प्रशिक्षण दिया जाएगा। इस संस्थान को भारत के सभी मैडीकल कॉलेजों से जोडऩा हमारा मुख्य उद्देश्य होगा। इस वक्त पी.जी.आई. गाइनोकॉलोजी, पैडिएट्रीक्स, मैडीसिन और सर्जरी विभाग में टैलीमैडीसिन प्रोग्राम को चला रहा है।

 

क्या है टैलीमैडीसिन
टैलीमैडीसिन मरीज की मैडीसिन इंफोर्मेशन को ऑडियो, वीडियो, टैक्स्ट और तस्वीरों के जरिए एक लोकेशन से दूसरी लोकेशन पर भेजना है। इसमें कई देश और विदेश के अस्पतालों और क्लीनिक्स को आपस में जोड़ दिया जाता है। इससे मरीज को दूर बैठे किसी बड़े अस्पताल और एक्सपर्ट डाक्टर द्वारा ट्रीटमैंट मिल जाता है। फिलहाल पी.जी.आई. टैली मैडीसिन सैंटर जम्मू कश्मीर, पंजाब व हिमाचल के कई सैंटर्स को इलाज मुहैया करवा रहा है। 


 


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