CEO की गिरफ़्तारी के बाद Telegram Channels के Admins में मची हफड़ा दफड़ी, Whatsapp पर शिफ्ट होना शुरू
punjabkesari.in Tuesday, Aug 27, 2024 - 04:20 PM (IST)
नेशनल डेस्क: फ्रांस में टेलीग्राम के सीईओ पावेल डुरोव की हाल ही में हुई गिरफ़्तारी ने खास तौर पर टेलीग्राम चैनल एडमिनिस्ट्रेटर के बीच काफ़ी चिंताएं पैदा की हैं। डुरोव को मनी लॉन्ड्रिंग, ड्रग तस्करी और अन्य अवैध संचालन सहित विभिन्न आपराधिक गतिविधियों को सुविधाजनक बनाने में टेलीग्राम की कथित भूमिका की जाँच के हिस्से के रूप में हिरासत में लिया गया था। इस गिरफ़्तारी ने टेलीग्राम चैनलों पर संभावित कार्रवाई के बारे में आशंकाएं पैदा कर दी हैं, जिससे कई एडमिन WhatsApp जैसे ज़्यादा सुरक्षित प्लेटफ़ॉर्म पर जाने के बारे में विचार कर रहे हैं।
WhatsApp, जो अपने डिफ़ॉल्ट एंड-टू-एंड एन्क्रिप्शन के लिए जाना जाता है, को टेलीग्राम पर बढ़ती जांच और संभावित कानूनी नतीजों के बारे में चिंतित लोगों द्वारा एक सुरक्षित विकल्प के रूप में देखा जाता है। यह बदलाव टेलीग्राम के कानून प्रवर्तन के साथ सहयोग की कथित कमी की चिंताओं से भी प्रेरित है, जिससे एडमिन प्लेटफ़ॉर्म पर अपने चैनलों के भविष्य को लेकर असहज हो रहे हैं।
बता दें कि टेलीग्राम मैसेजिंग ऐप, जिसके भारत में 5 मिलियन से अधिक पंजीकृत उपयोगकर्ता है। इतना ही नहीं Telegram चैनल्स पर हाल ही में कड़ी कार्रवाई के बाद, विशेषकर उन चैनल्स पर जो वित्तीय और व्यापारिक जानकारी साझा करते हैं, कई चैनल एडमिन्स में हलचल मच गई है। इसके चलते कई एडमिन्स अब WhatsApp जैसे सुरक्षित और अधिक निजी प्लेटफॉर्म्स की ओर रुख कर रहे हैं।
कई चैनल्स संकट में....
इस कार्रवाई का मुख्य कारण प्लेटफॉर्म पर असंवैधानिक और अवैध गतिविधियों की निगरानी को सख्त करना है। कई चैनल्स के एडमिन्स यह आशंका जता रहे हैं कि ऐसे कठोर कदमों से उनका व्यापारिक नेटवर्क प्रभावित हो सकता है, जिसके चलते वे अधिक सुरक्षित विकल्पों की तलाश में हैं।
TikTok की तरह होगा Telegram का हाल
बता दें कि TikTok को भी कई देशों में राष्ट्रीय सुरक्षा और अवैध सामग्री के प्रसार के कारण प्रतिबंधित किया जा चुका है। Telegram के साथ भी ऐसा ही कुछ होने की संभावना बढ़ रही है, खासकर ड्यूरोव की गिरफ्तारी के बाद। कुछ देशों ने तो Telegram को सरकारी कर्मचारियों के लिए प्रतिबंधित भी कर दिया है, और इसका इस्तेमाल सीमित करने के लिए कई कदम उठाए जा रहे हैं।
इसका परिणाम यह हो सकता है कि Telegram को भी TikTok की तरह व्यापक प्रतिबंधों का सामना करना पड़ सकताहै, खासकर पश्चिमी देशों में। इससे प्लेटफॉर्म की स्वतंत्रता और गोपनीयता नीतियों पर भी असर पड़ सकता है।