शिक्षक अपने पेशे की गरिमा और जिम्मेदारी को समझें: कोविंद

punjabkesari.in Tuesday, Sep 05, 2017 - 08:17 PM (IST)

नई दिल्ली: राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने शिक्षा के स्तर मेें आई गिरावट पर चिंता व्यक्त करते हुए आज कहा कि शिक्षकों को अपने पेशे की गरिमा और जिम्मेदारी को समझते हुए छात्रों को अच्छा इंसान बनाने को प्राथमिकता देनी चाहिए। कोविंद ने राष्ट्रपति भवन में शिक्षक दिवस आयोजित समारोह में राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार से सम्मानित शिक्षकों को सम्बोधित करते हुए कहा कि अध्यापकों पर छात्रों के भविष्य को संवारने की बड़ी जिम्मेदारी है लेकिन आज यह दिखाई देता है कि वे अपने दायित्व से विमुख हो रहे हैं। शिक्षकों को अच्छा वेतन मिलता है, इसके बावजूद कुछ शिक्षक अपने पेशे के प्रति न्याय नहीं करते हैं और ट्यूशन और कोचिंग में अपना समय देते हैं। 

छात्र को अच्छा इंसान बनने की देनी चाहिए शिक्षा 
उन्होंने कहा कि भारतीय संस्कृति में विद्या को कभी बेचा नहीं गया बल्कि उसका दान किया जाता था लेकिन उस दान को यदि कोचिंग और ट्यूशन  में बदल दिया जाएगा तो एक व्यापारी और शिक्षक में क्या अंतर रह जाएगा। राष्ट्रपति ने कहा कि शिक्षक को छात्र को अच्छा इंसान बनने की शिक्षा देनी चाहिए क्योंकि एक अच्छा इंसान ही अच्छा डाक्टर या अच्छा राजनेता अथवा अच्छा हिन्दू या मुसलमान हो सकता है। शिक्षक का जीवन अनुकरणीय नहीं होगा तो वह छात्रों का सही मार्गदर्शन नहीं कर सकता है। उन्होंने कहा कि समाज व्यक्ति को जो देता है, व्यक्ति को उसे अपने तरीके से समाज को वापस देना होता है। इस अवसर पर मानव संसाधन विकास मंत्री प्रकाश जावडेकर और राज्यमंत्री सत्यपाल सिंह उपस्थित थे। 


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