शिक्षा के मंदिर में हैवानियत! टॉयलेट जाने को लेकर 100 बार करवाई उठक-बैठक, फिर डंडा बरसाकर तोड़ डाली...

punjabkesari.in Sunday, Sep 07, 2025 - 10:40 AM (IST)

नेशनल डेस्क। छत्तीसगढ़ के सूरजपुर जिले से एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है जिसने शिक्षा के मंदिर को शर्मसार कर दिया है। यहां एक सरकारी स्कूल में दूसरी कक्षा की एक 8 साल की बच्ची को टीचर की क्रूरता का शिकार होना पड़ा। आरोप है कि टीचर ने बच्ची को टॉयलेट जाने की वजह से 100 उठक-बैठक की अमानवीय सजा दी और उसे डंडे से पीटा, जिससे उसकी टांगों की मांसपेशियों को गंभीर नुकसान पहुंचा है। बच्ची को अस्पताल में भर्ती कराया गया है और वह चल या खड़ी भी नहीं पा रही है।

कैसे हुई यह हैवानियत?

पीड़ित बच्ची ने बताया कि जब वह टॉयलेट जा रही थी तो शिक्षिका ने उसे रोका। कारण बताने के बाद भी शिक्षिका ने उसे डंडे से दो बार मारा और फिर क्लास में वापस भेजकर 100 उठक-बैठक करने को कहा। इस क्रूर सजा के बाद बच्ची के घुटनों के नीचे तेज दर्द हुआ और वह गिर पड़ी। डॉक्टरों ने बताया है कि अत्यधिक तनाव के कारण उसकी टांगों की मांसपेशियों में दरारें आ गई हैं।

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बच्ची के चाचा जो उसकी देखभाल कर रहे हैं ने बताया कि उनकी भतीजी दर्द से लगातार रो रही है और अपनी टांगों को थोड़ा भी नहीं उठा पा रही है।

स्कूल प्रबंधन पर आरोप और प्रशासन की कार्रवाई

इस घटना के बाद बच्ची के परिवार ने आरोप लगाया कि स्कूल प्रबंधन ने उनकी शिकायत को नजरअंदाज कर दिया और अपनी गलती मानने से इनकार कर दिया। बच्ची की मां ने इसे अनुशासन नहीं बल्कि पढ़ाने के नाम पर क्रूरता बताया है।

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वहीं घटना की जानकारी सामने आने पर सूरजपुर के जिला शिक्षा अधिकारी (डीईओ) दिनेश झा ने तुरंत जांच के आदेश दिए। उन्होंने आरोपी शिक्षिका और स्कूल के प्रिंसिपल को अनिश्चितकाल के लिए अनिवार्य छुट्टी पर भेज दिया है। खंड शिक्षा अधिकारी इंदु तिर्की ने कहा है कि अगर शिक्षिका दोषी पाई जाती है तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।


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Content Editor

Rohini Oberoi

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