नहीं रहे जैन मुनि तरुण सागर, आज दोपहर 3 बजे होगा अंतिम संस्कार
punjabkesari.in Saturday, Sep 01, 2018 - 12:43 PM (IST)
नई दिल्ली: देश दुनिया में कड़वे प्रवचन के लिए प्रसिद्ध जैन मुनि तरुण सागर 51 साल की उम्र में निधन हो गया है। उन्होंने दिल्ली के शाहदरा के कृष्णानगर में शनिवार सुबह 3 बजे अंतिम सांस ली। दरअसल 20 दिन पहले उन्हें पीलिया हुआ था, जिसके कारण वह बहुत कमजोर हो गए थे। उनके प्रवास स्थल पर उनके दर्शन के लिए देशभर से श्रद्धालु जुटने लगे हैं। उन्हें दिल्ली के ही एक निजी अस्पताल में उपचार के लिए भर्ती कराया गया था। बताया जा रहा है उनपर दवाओं का असर होना बंद हो गया था। इससे पहले उनकी हालत गंभीर बताई जा रही थी। उन्हें डॉक्टरों की निगरानी में रखा गया था। जगह-जगह उनके स्वास्थ्य लाभ के लिए प्रार्थनाएं की जा रही थीं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जैन धर्मगुरू तरुण सागर महाराज के निधन पर शनिवार को शोक जताते हुए समाज में उनके योगदान का उल्लेख किया। मोदी ने ट्वीट किया, मुनि तरूण सागर जी महाराज के असमय निधन से बेहद दुखी हूं। हम उनके समृद्ध आदर्शों, करुणा और समाज के प्रति उनके योगदान को हमेशा याद रखेंगे।’’ उन्होंने कहा कि जैन मुनि की नेक शिक्षा लोगों को प्रेरित करती रहेगी। मोदी ने कहा, जैन समुदाय और उनके असंख्य अनुयायियों के प्रति मेरी संवेदनाएं हैं।’’
कोविंद ने अपने शोक संदेश में कहा, जैन मुनि तरुण सागर के निधन के बारे में सुनकर बहुत दुख हुआ। अपने‘कड़वे प्रवचन’के लिए जाने जाने वाले जैन मुनि ने समाज को शांति और अहिंसा। उनके अनुयायियों के प्रति मेरी गहन संवेदनाएं।
वहीं, गृह मंत्री राजनाथ सिंह जैन मुनि के निधन पर गहन शोक जताते हुए ट्वीट किया है- 'जैन मुनि श्रद्धेय तरुण सागर जी महाराज के असामयिक महासमाधि लेने के समाचार से मैं स्तब्ध हूं। वे प्रेरणा के स्रोत, दया के सागर एवं करुणा के आगार थे। भारतीय संत समाज के लिए उनका निर्वाण एक शून्य का निर्माण कर गया है। मैं मुनि महाराज के चरणों में अपनी श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं।'
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने अपने शोक संदेश में कहा, मुनि तरुण सागर जी महाराज के निधन के बारे में सुनकर बहुत दुख हुआ। उनकी सीख और आदर्श मानवता के लिए हमेशा प्रेरणा बने रहेंगे।