'बस ये टोटका कर लो अमीर बन जाओगे', कहकर बाबा ने बुलाया होटल फिर किया...
punjabkesari.in Sunday, Jun 15, 2025 - 04:32 PM (IST)

नेशनल डेस्क। क्या आपने कभी सुना है कि पैसों की बारिश हो सकती है? शायद नहीं लेकिन औरंगाबाद के छत्रपति संभाजीनगर में कुछ लोग इसी झांसे में आकर अपनी मेहनत की कमाई गंवा रहे थे. शहर में एक ऐसा तांत्रिक बाबा सक्रिय था जो लोगों को पैसों की बारिश करवाने का लालच देकर ठगी कर रहा था. पुलिस ने अब इस गिरोह का पर्दाफाश कर दिया है जिसमें एक तांत्रिक बाबा सहित तीन लोग शामिल हैं.
पुलिस को मिली गुप्त सूचना, होटल में मारा छापा
इस पूरी कहानी की शुरुआत तब हुई जब शहर के पुलिस आयुक्त प्रवीण पवार को एक गुप्त सूचना मिली. उन्हें बताया गया कि पेट्रोल पंप के पास एक पॉश होटल में कुछ संदिग्ध लोग कई महीनों से ठहरे हुए हैं और वे अंधविश्वास व ठगी के खेल में लिप्त हैं. सूचना मिलते ही पुलिस ने तुरंत अपनी सबसे भरोसेमंद टीम को इस रहस्य को सुलझाने का जिम्मा सौंपा. इंस्पेक्टर संभाजी पवार के नेतृत्व में टीम ने तड़के होटल पर छापा मारा.
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कमरे में छिपे थे तांत्रिक बाबा और उसके साथी
पुलिस जैसे ही होटल के कमरे नंबर 305 में पहुंची वहां विकास उत्तरवार नाम का एक शख्स छिपा हुआ था जो 29 दिसंबर 2024 से वहां ठहरा हुआ था. विकास खुद को एक तांत्रिक बाबा बताता था. वहीं कमरे नंबर 412 में उसके दो साथी विलास कोहिले (वैजापुर तहसील के जुरुद गांव का निवासी) और शंकर कजाले (छत्रपति संभाजीनगर के चिकलथाना का निवासी) पुणे के एक व्यक्ति के नाम पर बुक किए गए कमरे में रह रहे थे. ये तीनों मिलकर एक ऐसा जाल बुन रहे थे जिसमें लोग अपने सपनों के साथ-साथ अपनी मेहनत की कमाई भी गंवा देते थे.
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नकली नोट, सिंदूर और सूखे नारियल मिले
पुलिस ने जब कमरों की तलाशी ली तो वहां का नज़ारा चौंकाने वाला था. मेज पर नकली नोट सिंदूर की छोटी-छोटी डिब्बियां, सूखी जड़ें और सूखे नारियल बिखरे हुए थे. ये सारी चीज़ें उन अनुष्ठानों का हिस्सा थीं, जिनके ज़रिए ये ठग भोले-भाले लोगों को बेवकूफ बनाते थे. उनका मुख्य वादा था कि बस एक अनुष्ठान और आसमान से पैसों की बारिश होगी! जांच टीम के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया, "इन ठगों ने ऐसा माहौल बनाया था कि लोग उनकी बातों में आकर अपनी जमा-पूंजी सौंप देते थे."
तीनों के खिलाफ मामला दर्ज
पुलिस की पूछताछ में यह सनसनीखेज कहानी और गहरी होती गई. सहायक पुलिस निरीक्षक काशीनाथ महादुले की शिकायत पर इन तीनों के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता की धारा 318 और 3(5) के तहत मामला दर्ज किया गया है. इसके साथ ही महाराष्ट्र मानव बलि और अन्य अमानवीय, दुष्ट और अघोरी प्रथाओं और काले जादू की रोकथाम और उन्मूलन अधिनियम 2013 की धाराओं के तहत भी कार्रवाई हुई है. तीनों को क्रांति चौक पुलिस स्टेशन ले जाया गया है जहां उनसे गहन पूछताछ की जा रही है ताकि उनके नेटवर्क और ठगी के अन्य मामलों का पता लगाया जा सके.