इंसानियत की मिसाल: छात्रों की मदद के लिए इस टीचर ने बेच डाले अपने गहने
punjabkesari.in Saturday, Apr 22, 2017 - 03:55 PM (IST)

नई दिल्ली: वो कहते हैं ना की किसी भी व्यक्ति को एक अध्यापक ही श्रेष्ठ और परिपूर्ण बना सकता है। वो अध्यापक ही है जो अपने संयम, विचार, व्यव्हार, बुद्धिमता, सहनशीलता से बच्चों को श्रेष्ठ बनाते हैं। शिक्षक को भगवान का दूसरा रूप माना गया है। आज हम आपको ऐसे ही अध्यापक के बारे में बताने जा रहे है जिन्होंने एक ऐसी ही मिसाल पेश की है।
बच्चों के लिए बेच डाले अपने गहने
जानकारी मुताबिक तमिलनाडु की प्राइमरी स्कूल की टीचर अन्नपूर्णा मोहन ने सुविधा से लैस क्लासरूम देखना चाहती थीं और इसलिए वह अपनी जूलरी बेचने से भी नहीं हिचकीं। वह छात्रों को ऐसी शिक्षा देना चाहती हैं जिसका खर्च गांव के गरीब छात्र नहीं उठा सकते। कंधाधु गांव के प्राइमरी स्कूल में कई ऐसी सुविधाएं नहीं थी जो वह छात्रों को देना चाहती थीं तो बस क्या था उन्होंने अपने गहने बेचकर क्लासरूम को अपग्रेड कराने बीड़ा उठाया ताकि उनके पढ़ाए छात्र में भविष्य में कुछ कर सकें। आप अगर तमिलनाडु के विल्लुपुरम में पंचायत यूनियन प्राइमरी स्कूल की तीसरी कक्षा में प्रवेश करेंगे तो आपको किसी निजी स्कूल की तरह स्मार्टबोर्ड, रंगीन चेयर, अंग्रेजी भाषा की किताबें मिल जाएंगी।
अन्नपूर्णा के सारे स्टूडेंट्स बोलते हैं फर्राटेदार अंग्रेजी
टीचर अन्नपूर्णा ने अपने बच्चों के लिए सिर्फ जेवर ही नहीं बेचे बल्कि वो उन बच्चों की जिंदगी बनाने के लिए रात दिन जुटी रहती हैं। उनकी हाईटेक और इंटरएक्टिव टीचिंग का नतीजा है कि आज उनके स्टूडेंट्स प्राइवेट स्कूलों के बच्चों की तरह बेहतरीन अंग्रेजी बोल लेते हैं। अपने क्लास में होने वाली टीचिंग और बच्चों की इंटरएक्टिव लर्निंग का वीडियो बनाकर अन्नपूर्णा अपने फेसबुक पेज पर डालती ही रहती हैं।