Health Alert: शरीर खुद बताता है इस जानलेवा बीमारी के बारे में! इन लक्षणों को ना करें नजरअंदाज, जा सकती है जान

punjabkesari.in Monday, Apr 21, 2025 - 11:38 AM (IST)

नेशनल डेस्क: देश में कैंसर के मामले हर साल तेजी से बढ़ रहे हैं। एक रिपोर्ट के मुताबिक, 2022 में भारत में कैंसर के 1.46 मिलियन मामले सामने आए थे और यह संख्या 2025 तक बढ़कर 1.57 मिलियन तक पहुंच सकती है। इसका सबसे बड़ा कारण ये है कि लोग समय पर इसके लक्षण नहीं पहचान पाते।कैंसर जितना खतरनाक है, समय रहते पहचान लिया जाए तो इसका इलाज भी संभव है।

जानिए कैंसर के वो लक्षण जो दिखते तो मामूली हैं, पर हो सकते हैं जानलेवा

1. बिना वजह तेजी से वजन कम होना

अगर आप बिना डाइट या एक्सरसाइज के वजन घटते देख रहे हैं, तो सतर्क हो जाइए। 4-5 किलो या उससे ज्यादा वजन कम होना पेट, फेफड़े, पैंक्रियास या खाने की नली के कैंसर का संकेत हो सकता है।

2. बार-बार खून आना

नाक, पेशाब, खांसी या मल के जरिए खून आना कभी-कभी नहीं बार-बार हो रहा है, तो इसे हल्के में न लें। यह ब्लैडर कैंसर या कोलन कैंसर की तरफ इशारा कर सकता है।

3. पुरानी खांसी या आवाज में बदलाव

अगर खांसी हफ्तों से बनी हुई है या आपकी आवाज भारी और बदली हुई लग रही है, तो यह फेफड़ों या गले के कैंसर की ओर इशारा कर सकती है।

4. शरीर में गांठ या सूजन

गर्दन, ब्रेस्ट, बगल या शरीर के किसी भी हिस्से में अचानक गांठ या सूजन महसूस हो और वह दबाने पर दर्द न करे तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें। ये कैंसर का शुरुआती संकेत हो सकता है।

5. निगलने में परेशानी

अगर लगातार खाने या पानी निगलने में तकलीफ हो रही है या ऐसा लग रहा है जैसे कुछ गले में अटका हो, तो यह गले या खाने की नली के कैंसर का लक्षण हो सकता है।

6. घाव जो ठीक नहीं होता

अगर शरीर पर कोई घाव या छाला 2-3 हफ्तों में ठीक नहीं हो रहा है तो यह स्किन या ओरल कैंसर का संकेत हो सकता है। तंबाकू, गुटखा या स्मोकिंग करने वालों को इस पर खास ध्यान देना चाहिए।

7. स्किन पर बदलाव

अगर शरीर पर कोई नया तिल बन रहा है या पुराना तिल अपना रंग या आकार बदल रहा है, खुजली या जलन हो रही है तो यह स्किन कैंसर का लक्षण हो सकता है।

8. हमेशा थकान या कमजोरी

अगर आप भरपूर नींद लेने के बावजूद खुद को थका हुआ या सुस्त महसूस करते हैं, तो यह शुरुआती कैंसर लक्षणों में से एक हो सकता है। इसे अनदेखा न करें।

घर पर खुद कैसे करें शुरुआती जांच?

● ब्रेस्ट सेल्फ एग्जामिनेशन (महिलाओं के लिए)

हर महीने ब्रेस्ट में कोई गांठ, खिंचाव या असमानता महसूस करें। किसी भी बदलाव पर तुरंत डॉक्टर से मिलें।

● मुंह और जीभ की जांच

शीशे में देखकर मुंह के अंदर सफेद धब्बे, छाले या घाव को जांचें जो लंबे समय से ठीक न हो रहे हों।

● स्किन की नियमित जांच

शरीर पर नए तिल, रैश या रंग में बदलाव पर नजर रखें।

● पेशाब और मल की जांच

अगर पेशाब या मल के रंग में अचानक बदलाव, गंध या खून की मौजूदगी है, तो डॉक्टर से जांच कराएं।

क्यों कैंसर का शुरुआती पता लगाना है जरूरी?

कैंसर के ज्यादातर मामलों में यह बीमारी देर से पकड़ी जाती है और इलाज मुश्किल हो जाता है। लेकिन अगर समय रहते लक्षणों को पहचान लिया जाए, तो ट्रीटमेंट और रिकवरी संभव है। इसके लिए जरूरी है कि लोग अपने शरीर के बदलते संकेतों को नजरअंदाज न करें।


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Content Editor

Ashutosh Chaubey

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