ग्रहों के घमासान से गई सुषमा स्वराज की जान !
punjabkesari.in Thursday, Aug 08, 2019 - 07:32 AM (IST)

ये नहीं देखा तो क्या देखा (Video)
दिवंगत मंत्री सुषमा स्वराज की भारतीय राजनीति में अहम भूमिका थी, वह एक राष्ट्रीय राजनीतिक दल की पहली महिला प्रवक्ता, भाजपा की पहली महिला मुख्यमंत्री, प्रवक्ता एवं नेता प्रतिपक्ष और पहली केन्द्रीय कैबिनेट मंत्री, महासचिव रही है। सुषमा स्वराज मोदी सरकार के पहले कार्यकाल में विदेश मंत्री रही हैं।
सुषमा स्वराज का जन्म धनु लग्न और कन्या राशि में हरियाणा के अम्बाला में हुआ था। जन्म के समय सुषमा स्वराज के भाग्य भाव के स्वामी सूर्य की महादशा चल रही थी। सूर्य धनु लग्न के लिए पूर्ण राजयोग कारक ग्रह है। इसी के कारण सुषमा स्वराज पराक्रमी, प्रतापी व तेजस्वी महिला थी। सूर्य चूंकि तृतीय भाव कुम्भ राशि में स्थित है। जिसके कारण जीवन में कष्टों और दुखों को सहन करते हुए आगे बढ़ने की प्रेरणा मिली। यदि सुषमा स्वराज जी के चन्द्रमा ग्रह को देखें तो मालूम होगा कि चन्द्रमा अष्टम भाव अर्थात मृत्यु के भाव का स्वामी बन शनि के साथ दशम भाव में स्थित है और चन्द्रमा धनु लग्न के लिए पापी ग्रह और अशुभ फल देने वाला है और कन्या अर्थात शत्रु राशि में स्थित है। वहीं पर शनि के पूर्ण प्रभाव में है। शनि सुषमा स्वराज की जन्मकुंडली में धनेश व पराक्रमेश ग्रह है और अशुभ, पापी ग्रह बन रहा है। शनि यहां अशुभ होने से और भी ज्यादा अशुभ प्रभाव दे रहा है क्योंकि यह लग्नेश गुरू से शत्रु भाव रखता है हालांकि शनि राजयोग दे रहा है किन्तु स्वास्थ्य के लिए उत्तम नहीं है।
'
शनि के कारण ही सुषमा स्वराज विदेश मंत्री बनी। शनि की महादशा में द्वादश भाव मंगल की अन्तर्दशा और चन्द्रमा की प्रत्यंतर दशा से आने से हृदय को आघात पहुंचाने का योग बनता है क्योंकि चन्द्रमा शनि से डर का भाव रखता है और डर मनुष्य के दिल की उपज होती है। इसी के कारण जब शनि ग्रह की महादशा में चन्द्रमा की प्रत्यंतर दशा चल रही है और चन्द्रमा में मारकेश बुध की सुक्ष्म दशा और फिर बुध जोकि दूसरे मारक भाव द्वितीय भाव में स्थित है में शनि जोकि धनु लग्न के लिए पापी ग्रह है कि प्राण दशा आ जाना माननीय पूर्व विदेश मंत्री सुषमा स्वराज के लिए घातक सिद्ध हुई।
बता दें कि सुषमा स्वराज जी की जन्मकुंडली में अष्टम भाव के स्वामी चन्द्रमा, शनि, मंगल और बुध का प्रभाव मृत्यु योग का संकेत दे रहा था क्योंकि मारमेश और मृत्यु भाव के स्वामी की दशों का पूर्ण प्रभाव हृदय पर आघात कर रहा था। इसी कारण दिल का दौरा पड़ने से भाजपा और देश की एक बहुत विशाल, अदम्भ और तेजस्वी महिला सुषमा स्वराज का देहांत हो गया।
ज्योतिष बॉक्सर देव गोस्वामी
devgoswami530@gmail.com