सुब्रमण्यम स्वामी बोले-जो पहले हिजाब फिर पढ़ाई की बात कर रहे, उनके दादा-परदादा पाकिस्तान जाने की बजाए भारत में क्यों रूके?
punjabkesari.in Thursday, Feb 17, 2022 - 10:32 AM (IST)
नेशनल डेस्क: हिजाब विवाद पर भाजपा के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सांसद सुब्रमण्यम स्वामी ने ट्विटर पर अल्पसंख्यक समाज को लेकर टिप्पणी की है। इस मुद्दे पर काफी मुखरता से बोलने वाले सुब्रमण्यम स्वामी ने एक बार फिर अल्पसंख्यक समाज पर निशाना साधा। सुब्रमण्यम स्वामी ने ट्वीट करते हुए लिखा, "हिजाब विवाद देखने के बाद, जो मुस्लिम छात्र कक्षाओं का बहिष्कार कर रहे हैं और कह रहे हैं, पहले हिजाब फिर पढ़ाई। मैं ये सोच रहा हूं कि उनके दादाओं ने पाकिस्तान जाने की बजाए भारत में रहना क्यों चुना। वहां उन्हें बिना किसी दिक्कत के ‘हिजाब पहले’ मिल जाता।"
मालूम हो कि इससे पहले भी सुब्रमण्यम स्वामी ने इस मसले पर अपनी राय देते हुए कहा था, "बुरका कुरान में कहीं लिखित तौर पर शामिल नहीं है। अगर कोई मुझे इस बात का लिखित प्रमाण देता है तो मैं सबसे पहले बुरके के मुद्दे पर उनके साथ खड़े रहने के लिए तैयार हूं। अगर ऐसा होता तो संसद में कई मुस्लिम महिलाएं साड़ी में प्रवेश करती हैं तो क्या इन महिलाओं ने धर्म का अपमान किया है। इस मामले पर प्रतिक्रिया देते हुए बीजेपी सांसद गिरिराज सिंह ने तो हिंदोस्तान में कॉमन सिविल कोड को लागू करने की मांग कर दी थी।
वहीं उत्तराखंड के सीएम पुष्कर सिंह धामी ने भी कहा था कि अगर बीजेपी उत्तराखंड में दोबारा चुनाव जीतती है तो वह सबसे पहले राज्य में कॉमन सिविल कोड को लागू करेंगे।बता दें कि कर्नाटक उडुपी जिले में पिछले महीने शुरू हुए हिजाब विवाद ने तब तूल पकड़ लिया जब एक कॉलेज ने कुछ मुस्लिम छात्राओं को हिजाब पहनकर आने के कारण कैंपस में प्रवेश देने से मना कर दिया था। उसके बाद कर्नाटक से शुरू हुए इस हिजाब विवाद ने तेजी से पूरे देश को अपनी आगोश में ले लिया है।