बड़ा हादसा: इस राज्य के नामी स्कूल की 9 वर्षीय छात्रा ने चौथी मंजिल से लगाई छलांग, घटना CCTV में कैद

punjabkesari.in Monday, Nov 03, 2025 - 11:28 AM (IST)

नेशनल डेस्क। राजस्थान की राजधानी जयपुर के एक निजी स्कूल में शनिवार दोपहर एक दर्दनाक और चौंकाने वाली घटना सामने आई है। नीरजा मोदी स्कूल की चौथी मंजिल से कथित तौर पर कूदने के बाद एक 9 वर्षीय छात्रा की मौत हो गई। इस घटना ने स्कूल प्रशासन की सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।

दुर्घटना का विवरण और पुलिस की जांच

चौथी कक्षा की छात्रा अमायरा। वह अपने माता-पिता की इकलौती संतान थी। मानसरोवर थाना क्षेत्र के अंतर्गत नीरजा मोदी स्कूल की चौथी मंजिल से छलांग लगा ली। बच्ची लगभग 47 फीट की ऊंचाई से गिरी जिससे उसकी मौके पर ही हालत गंभीर हो गई।

सीसीटीवी फुटेज में कैद हुई घटना 

मानसरोवर थाना प्रभारी (एसएचओ) लखन खटाना के अनुसार सीसीटीवी फुटेज में बच्ची रेलिंग पर चढ़कर कूदती हुई दिखाई दे रही है जबकि आसपास के अन्य छात्र सामान्य रूप से चल रहे थे। पुलिस ने कहा कि प्रारंभिक साक्ष्य आत्महत्या की ओर इशारा करते हैं लेकिन मौत के पीछे का सही कारण अभी पता नहीं चल पाया है। बच्ची को तुरंत पास के अस्पताल ले जाया गया जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।

 

 

 

स्कूल प्रशासन पर गंभीर आरोप और FIR 

बच्ची की मौत के बाद उसके माता-पिता और पुलिस के बीच स्कूल प्रशासन के रवैये को लेकर तनाव पैदा हो गया। जब पुलिस स्कूल पहुंची तो उन्होंने पाया कि जिस जगह पर बच्ची गिरी थी उस जगह को साफ कर दिया गया था और वहां खून के कोई धब्बे नहीं थे जिससे साक्ष्यों से छेड़छाड़ का संदेह पैदा हुआ। बच्ची के माता-पिता ने घटना के लगभग छह घंटे बाद पोस्टमॉर्टम की औपचारिकताएं पूरी होने के बाद संदिग्ध परिस्थितियों में मौत का आरोप लगाते हुए स्कूल प्रशासन के खिलाफ प्राथमिकी (FIR) दर्ज कराई है।

परिजनों की मांग 

उन्होंने शिक्षकों और कर्मचारियों की भूमिका की जांच की मांग की है और सवाल उठाया है कि स्कूल परिसर के अंदर ऐसी घटना कैसे हो सकती है। इस गंभीर मामले पर नीरजा मोदी स्कूल प्रशासन ने पूरी तरह से चुप्पी साध रखी है।

प्रशासन की अवहेलना 

अधिकारियों ने बताया कि स्कूल प्रशासन ने न तो ठीक से बातचीत की और न ही प्रिंसिपल का संपर्क नंबर साझा करने के लिए आगे आए। ज़िला शिक्षा अधिकारी राम निवास शर्मा ने कहा, "उन्होंने शिक्षा विभाग की पूरी तरह से अवहेलना की। प्रिंसिपल इंदु दवे के प्रतिनिधि ने हमारे फोन का जवाब तक नहीं दिया।" फिलहाल पुलिस ने आश्वासन दिया है कि अमरिया की मौत का सही कारण विस्तृत जांच के बाद ही पता चलेगा।


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Content Editor

Rohini Oberoi

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