Strawberry Moon 2025: 11 जून की रात दिखेगा रहस्यमयी चंद्रमा, हर 18.6 साल में एक बार आता है ये दुर्लभ दृश्य

punjabkesari.in Wednesday, Jun 11, 2025 - 11:30 AM (IST)

नेशनल डेस्क : आकाश को निहारने वालों के लिए 11 जून 2025 की रात बेहद खास रहने वाली है। इस रात आकाश में एक दुर्लभ और सुंदर खगोलीय घटना दिखाई देगी – Strawberry Moon। यह चंद्रमा केवल देखने में ही आकर्षक नहीं होगा, बल्कि खगोलशास्त्र के नजरिए से भी बेहद महत्वपूर्ण है।

क्या होता है स्ट्रॉबेरी मून?

'स्ट्रॉबेरी मून' नाम सुनने में मीठा जरूर लगता है, लेकिन इसका रंग स्ट्रॉबेरी जैसा गुलाबी या लाल नहीं होता। इस नाम का संबंध अमेरिकी आदिवासी परंपराओं से है। जून के महीने में अमेरिका के आदिवासी समुदाय स्ट्रॉबेरी की फसल की कटाई इसी पूर्णिमा के बाद शुरू करते थे। इसीलिए इस पूर्णिमा को 'स्ट्रॉबेरी मून' कहा जाने लगा।

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इस साल का स्ट्रॉबेरी मून क्यों खास है?

इस बार का स्ट्रॉबेरी मून कई वजहों से खास है:

माइक्रो मून: इस बार चंद्रमा पृथ्वी से सामान्य से अधिक दूर होगा। इस कारण यह थोड़ा छोटा और धुंधला दिखाई देगा। ऐसे चंद्रमा को माइक्रो मून कहा जाता है।

मेजर लूनर स्टैंडस्टिल: यह स्थिति हर 18.6 साल में एक बार आती है। इस दौरान चंद्रमा अपने कक्षीय झुकाव के चरम बिंदु पर होता है, जिससे वह सामान्य से काफी नीचे और अलग कोण पर दिखाई देता है। चंद्रमा की रोशनी में हल्की सुनहरी चमक भी देखी जा सकती है।

अगली बार ऐसा अद्भुत चंद्रमा वर्ष 2043 में ही देखा जा सकेगा, यानी यह मौका बेहद दुर्लभ है।

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भारत में कब और कहां देखें स्ट्रॉबेरी मून?

भारत में स्ट्रॉबेरी मून 11 जून 2025 को सूर्यास्त के बाद नजर आने लगेगा। इसे आप दक्षिण-पूर्व दिशा की ओर देख सकते हैं।

मुख्य शहरों में दिखने का समय:

  • दिल्ली: रात 7 बजे के बाद
  • मुंबई: रात 7 बजे के बाद
  • कोलकाता: रात 7 बजे के बाद
  • बेंगलुरु: रात 7 बजे के बाद

अगर आप इसे बेहतर तरीके से देखना चाहते हैं, तो किसी खुले मैदान या कम प्रदूषण वाले स्थान पर जाएं। शहर की तेज रोशनी से दूर यह चंद्रमा और भी शानदार नजर आएगा।

अमेरिका और भारत में समय

अमेरिका में यह पूर्णिमा 11 जून को सुबह 03:44 बजे दिखाई देगा और भारत में यह चंद्रमा 11 जून की रात लगभग 1:15 बजे से नजर आना शुरू हो जाएगा।

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खगोल प्रेमियों के लिए सुनहरा मौका

यह चांद केवल देखने में ही सुंदर नहीं होगा, बल्कि खगोल विज्ञान के शौकीनों के लिए एक खास अनुभव भी लेकर आएगा। माइक्रो मून और लूनर स्टैंडस्टिल की दो दुर्लभ घटनाओं का मेल इस रात को और भी खास बना देगा।

 


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Content Editor

Mehak

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