ऑस्ट्रेलिया बॉन्डी बीच गोलीकांडः UAE मंत्री की 2017 की चेतावनी का वीडियो वायरल ! 8 साल पहले किया था आगाह
punjabkesari.in Monday, Dec 15, 2025 - 01:01 PM (IST)
International Desk: ऑस्ट्रेलिया के बॉन्डी बीच में हुए भीषण नरसंहार के बाद यूएई के विदेश मंत्री शेख अब्दुल्ला बिन जायद अल नाहयान की वर्ष 2017 की एक चेतावनी का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। इस बयान में उन्होंने यूरोप को आगाह किया था कि यदि राजनीतिक शिष्टाचार और ‘पॉलिटिकली करेक्ट’ सोच के चलते कट्टरपंथ को नजरअंदाज किया गया, तो इसके गंभीर नतीजे सामने आ सकते हैं।
🇦🇪 UAE MINISTER’S 2017 WARNING: “EUROPE WILL REGRET IGNORING RADICALISM”… 2025 JUST PROVED HIM RIGHT
— Mario Nawfal (@MarioNawfal) December 15, 2025
Back in 2017, UAE Foreign Minister Sheikh Abdullah bin Zayed Al Nahyan dropped a bombshell warning to the West about homegrown radicals.
And man... it's hitting different now… pic.twitter.com/0OQqpKLgiM
एक अंतरराष्ट्रीय मंच पर दिए गए अपने भाषण में शेख अब्दुल्ला ने कहा था कि यदि यूरोप यह मानता रहा कि वह मध्य पूर्व और इस्लाम को क्षेत्रीय देशों से बेहतर समझता है, तो यह “शुद्ध अज्ञानता” होगी। उनके अनुसार, ऐसी सोच के कारण भविष्य में यूरोप को अपने ही समाज से पैदा हुए कट्टरपंथियों का सामना करना पड़ सकता है। करीब आठ साल बाद, यूरोप के कई देशों में बढ़ती हिंसक घटनाएं, सामाजिक तनाव, दंगे और चरमपंथ को लेकर गहराती चिंताएं इस बयान को फिर से प्रासंगिक बना रही हैं। फ्रांस, ब्रिटेन, स्वीडन, आयरलैंड और इटली जैसे देशों में एकीकरण (इंटीग्रेशन) की नीतियों, आंतरिक सुरक्षा और चरमपंथ से निपटने के तरीकों पर बहस तेज हो गई है। विश्लेषकों का कहना है कि 2017 में शेख अब्दुल्ला की बातों को कई हलकों में अतिशयोक्ति माना गया था।
लेकिन आज, जब यूरोपीय देशों में घरेलू स्तर पर उभर रहे कट्टरपंथ पर खुली चर्चा हो रही है, तो उनके बयान को एक चेतावनी के रूप में दोबारा पढ़ा जा रहा है, न कि किसी भविष्यवाणी के रूप में। बॉन्डी बीच जैसे हमलों के बाद यह सवाल भी उठ रहा है कि क्या पश्चिमी देशों ने कट्टर विचारधाराओं से निपटने में जरूरत से ज्यादा ढिलाई बरती। वहीं दूसरी ओर, मानवाधिकारों और अभिव्यक्ति की आज़ादी को बनाए रखते हुए सुरक्षा सुनिश्चित करने की चुनौती भी उतनी ही गंभीर बनी हुई है।
