श्रीलंकाई संसद में गूंजा ट्रंप टैरिफ विवादः मंत्री हर्षा डी सिल्वा ने कहा-''भारत की हिम्मत पूरे एशिया के लिए मिसाल, खेल अभी खत्म नहीं हुआ''
punjabkesari.in Monday, Aug 11, 2025 - 03:17 PM (IST)

International Desk:अमेरिका और भारत के बीच बढ़ते टैरिफ विवाद ने जहां अंतरराष्ट्रीय स्तर पर हलचल मचा दी है, वहीं श्रीलंका की संसद में भी यह मुद्दा गूंज उठा। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा भारतीय सामान पर 50% का भारी-भरकम टैरिफ लगाए जाने के बाद, श्रीलंका के वरिष्ठ सांसद और पूर्व आर्थिक सुधार मंत्री हर्षा डी सिल्वा ने भारत की दृढ़ता और पुराने सहयोग की जमकर तारीफ की। उन्होंने अपनी ही संसद में कहा कि भारत का मजाक नहीं उड़ाना चाहिए, क्योंकि कठिन समय में भारत ही वह देश था जिसने श्रीलंका को सबसे पहले और सबसे ज्यादा मदद दी।
संसद में भारत के पक्ष में आवाज
समगी जन बालवेगया पार्टी के वरिष्ठ नेता हर्षा डी सिल्वा ने संसद में कहा- "भारत का मजाक मत उड़ाओ। जब वे मुश्किल में हैं, तो उनकी हंसी मत उड़ाओ, क्योंकि जब हम मुश्किल में थे, तो सिर्फ उन्होंने ही हमारा साथ दिया था।" उन्होंने यह भी जोड़ा कि खेल अभी खत्म नहीं हुआ है और भारत की उम्मीद थी कि टैरिफ 15% तक घट जाएगा, जैसा कि श्रीलंका भी चाहता था।
भारत की मानवीय और आर्थिक मदद
डी सिल्वा ने विस्तार से बताया कि कैसे श्रीलंका के सबसे बुरे आर्थिक संकट के दौरान भारत ने बड़े पैमाने पर मदद दी:
- 2016 में एम्बुलेंस सेवा के लिए 3.3 टन मेडिकल सामान
- 5 अरब डॉलर से अधिक की वित्तीय सहायता
- 400 मिलियन डॉलर का करेंसी स्वैप (RBI के जरिए)
- 500 मिलियन डॉलर के व्यापारिक ऋण की पुनर्भुगतान में छूट
- 3.1 अरब डॉलर की क्रेडिट सुविधा भोजन, ईंधन और दवाइयों के लिए
- पेट्रोलियम उत्पाद, लोकोमोटिव, बसें और अन्य महत्वपूर्ण उपकरण
- अनुदान और बुनियादी ढांचा परियोजनाएं-डिजिटल पहचान प्रणाली
- सौर ऊर्जा प्रोजेक्ट, और प्लांटेशन वर्कर्स के लिए आवास निर्माण
- कुछ कर्ज़ों को अनुदान में परिवर्तित करना
- ब्याज दरों में कटौती, और रियायती कर्ज़ देकर वित्तीय बोझ कम करना
सोशल मीडिया पर भी भारत की तारीफ
संसद में भाषण के अलावा, डी सिल्वा ने एक्स (पूर्व ट्विटर) पर लिखा-"भारत हमारा सच्चा दोस्त है। मुश्किल वक्त में भारत हमारे साथ खड़ा रहा। हमें उनकी लड़ाई का सम्मान करना चाहिए। भारत की हिम्मत पूरे एशिया के लिए मिसाल है।"
अमेरिका-भारत टैरिफ विवाद की पृष्ठभूमि
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने हाल ही में भारतीय उत्पादों पर 50% टैरिफ लगाने की घोषणा की थी। इसके जवाब में भारत ने झुकने से इनकार करते हुए कूटनीतिक और आर्थिक मोर्चे पर अपनी सख्त स्थिति कायम रखी है। यह कदम वैश्विक स्तर पर चर्चा का विषय बना हुआ है, जिसमें ब्राजील, चीन और रूस जैसे कई देश भी अमेरिकी नीति की आलोचना कर रहे हैं।